स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ.शैलजा भट्ट ने बताया कि केदारनाथ यात्रा के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं का उपयोग सबसे अधिक हो रहा है। केदारनाथ यात्रा मार्ग पर कार्य कर रही 18 चिकित्सा इकाईयों पर अब तक 24 हजार से ज्यादा यात्रियों के स्वास्थ्य की जांच की गई।
चारधाम यात्रा में अब तक 42 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से चारों धामों में दर्शन के लिए जाने वाले यात्रियों की स्वास्थ्य जांच की जा रही है। जिससे यात्रियों की स्वास्थ्य संबंधी कारणों के चलते होने वाली मौतों को रोका जा सके। केदारनाथ धाम में 24 हजार से अधिक तीर्थयात्रियों के स्वास्थ्य की जांच की गई। 19 यात्रियों को एयरलिफ्ट कर बड़े अस्पतालों में उपचार के लिए पहुंचाया गया।
स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ.शैलजा भट्ट ने बताया कि केदारनाथ यात्रा के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं का उपयोग सबसे अधिक हो रहा है। केदारनाथ यात्रा मार्ग पर कार्य कर रही 18 चिकित्सा इकाईयों पर अब तक 24 हजार से ज्यादा यात्रियों के स्वास्थ्य की जांच की गई। 19 यात्रियों को केदारनाथ से फाटा चिकित्सालय में एयरलिफ्ट किया गया। दो यात्रियों को एयरलिफ्ट कर एम्स ऋषिकेश में भर्ती किया गया।
गंगोत्री व यमुनोत्री धाम की यात्रा के दौरान 14618 श्रद्धालुओं की हेल्थ स्क्रीनिंग कर उपचार दिया गया। इस यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए 18 चिकित्सा इकाईयां चौबीस घंटे काम कर रही हैं। आपातकालीन स्थित में 97 मामलों में स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान की गई है और नौ यात्रियों को बड़े अस्पतालों में रेफर किया गया। बदरीनाथ धाम की यात्रा अन्य धामों की तुलना में सहज संचालित हो रही है।
2278 श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य की जांच की गई। जिसमें 38 श्रद्धालुओं को एंबुलेंस से बड़े अस्पतालों में इलाज के लिए पहुंचाया गया। स्वास्थ्य सचिव राधिका झा के निर्देश पर बदरीनाथ धाम में एक फिजिशियन समेत तीन डॉक्टर, पांच पैरामेडिकल स्टॉफ को तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि चारधाम यात्रा में अब तक 42 यात्रियों की मौत हुई है।
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