केदारनाथ में यात्रियों की सही संख्या का पता लगाने के लिए प्रशासन ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) कैमरे स्थापित कर दिए हैं। मंदिर परिसर सहित दो स्थानों पर लगाए गए इन हेड काउंटिंग कैमरों से यात्रियों की गिनती की जा रही है। इन कैमरों की मदद से घंटे के हिसाब से भी यात्रियों की संख्या मिल सकेगी।
इसके साथ ही केदारपुरी क्षेत्र में कौन यात्री किस स्थान पर कितनी देर रहा और एक स्थान से दूसरे स्थान कितनी बार गुजरा, इसके बारे में भी जानकारी मिलेगी। केदारनाथ में 11 दिनों में ही दो लाख से अधिक श्रद्धालु पहुुंच चुके हैं। अनुमान है कि माह के आखिर तक यह आंकड़ा चार लाख तक पहुंच सकता है।
अधिकारियों की मानें तो यात्रियों की वास्तविक संख्या इससे अधिक है। इसलिए अब जिला प्रशासन ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कैमरे स्थापित कर दिए हैं। यह कैमरे अपने दायरे में मौजूद लोगों के सिर की गणना कर संख्या बताता है। साथ ही धाम में किसी यात्री के पास यदि कोई विस्फोटक सामग्री या हथियार है तो उसके बारे में भी कैमरा जानकारी दे देगा।
यह पहला मौका है, जब केदारनाथ यात्रा में यात्रियों की गणना के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कैमरा का उपयोग किया जा रहा है। इस वर्ष हरिद्वार कुंभ में भी इन कैमरों की मदद से निगरानी की गई थी।
यह कैमरा थ्रीडी बेस तैयार कर एक स्थान पर मौजूद लोगों के सिरों की गिनती करता है। सॉफ्टवेयर के जरिये स्कैन कर सही संख्या मिलती है। साथ ही एक व्यक्ति उस स्थान से कितनी बार गुजरा, इस बारे में भी जानकारी मिल जाती है। इस कैमरा को ओवर हेड क्लोज सर्किट टेलीविजन कैमरा भी कहा जाता है।
केदारनाथ से रुद्रप्रयाग तक 18 सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। इन कैमरों को डीएम व एसपी कार्यालय, सोनप्रयाग, जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय से लिंक किया गया है। जहां से 16 किमी पैदल मार्ग से केदारनाथ के चप्पे-चप्पे के बारे में जानकारी मिल रही है।
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