टी-20 वर्ल्डकप 2021 में टीम इंडिया को हार मिली तो भारत के इस फॉर्मेट के खेलने के तरीके पर सवाल खड़े हुए. टी-20 फॉर्मेट का पहला वर्ल्डकप जीतने वाली टीम इंडिया, जहां इंडियन प्रीमियर लीग जैसा टूर्नामेंट होता है वही इस फॉर्मेट में मात खा रही थी. लेकिन अब चीज़ें बदलने लगी हैं, नए कप्तान रोहित शर्मा की अगुवाई में भारत ने टी-20 खेलने का तरीका बदला है जिसका असर पिछले कुछ मैच में दिखने लगा है.
इंग्लैंड के खिलाफ हुए तीन मैच की टी-20 सीरीज़ में टीम इंडिया एक अलग अवतार में दिखी. पहले दो मैच में भारत ने पहले बैटिंग की, तीसरे मैच में चेज़ करने का मौका मिला. लेकिन तीनों ही मैच में एक समानता थी कि भारत ने अपनी बल्लेबाजी की शुरुआत धुआंधार अंदाज़ से की, यानी पहली बॉल से ही अटैक करने की कोशिश की.
कप्तान रोहित शर्मा खुद इस मिशन की अगुवाई कर रहे हैं, तीन टी-20 में रोहित के नाम 11 (12 बॉल), 31 (20 बॉल), 24 (14 बॉल) का स्कोर है, जो बताता है कि भारत शुरुआत से ही तेज़ खेल रहा है. ऐसा ही विराट कोहली की बल्लेबाजी में दिखा है, जो आते ही बड़े शॉट खेलने लगे हैं. वरना दोनों ही खिलाड़ी पहले कुछ बॉल लेते थे और बाद में बड़े शॉट की शुरुआत करते थे.
रोहित शर्मा ने साफ कर दिया है कि टीम इंडिया इसी तरह से खेलेगी, चाहे उसे कुछ मैच में फेल ही क्यों ना होना पड़ जाए. टीम इंडिया की इस अप्रोच पर रोहित शर्मा ने कहा, ‘एक टीम के तौर पर हम एक निश्चित तरीके से खेलना चाहते हैं. हर प्लेयर को उस प्रोसेस के तहत आना होगा, वरना आपके लिए प्लान मुश्किल होगा. हर प्लेयर जो टीम का हिस्सा है, वह इस रिस्क को लेने के लिए तैयार है. हर कोई देखना चाहता है कि वह इस तरीके से क्या कर सकते हैं.
कप्तान रोहित शर्मा बोले कि हर प्लेयर को सोचना होगा कि वह कैसे बेहतर कर सकता है, क्या नए तरीके अपना सकता है. कुछ बार हम इस प्लान में फेल होंगे, कई बार प्लान सही होगा. लेकिन हमें रिस्क लेने से बिल्कुल नहीं घबराना चाहिए. रोहित शर्मा ने साफ कहा है कि हमें व्हाइट बॉल क्रिकेट को सही तरीके से समझना होगा.
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