भारत की टॉप डिस्कस थ्रोअर नवजीत ढिल्लों पर डोप टेस्ट में फेल होने के बाद तीन साल का बैन लगा दिया गया है। 2018 के कॉमनवेल्थ गेम्स में कांस्य पदक जीतने के बाद ढिल्लों को पीएम मोदी ने शाबाशी दी थी लेकिन हाल ही में बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में आठवें स्थान पर रहीं। डिस्कस थ्रो की टॉप इंडियन प्लेयर, कजाकिस्तान में एथलेटिक्स इंट्रीग्रिटी यूनिट द्वारा आयोजित डोप टेस्ट में फेल हो गई।
ढिल्लों का एनाबॉलिक स्टेरॉयड डीहाइड्रोक्लोरोमेथाइलटेस्टोस्टेरोन के मेटाबोलाइट के लिए टेस्ट पॉजिटिव आया है। 24 जून को कजाकिस्तान के अल्माटी में ढिल्लों से नमूना एकत्र किया गया था। इस टेस्ट के एक दिन पहले ही नवजीत कौर ने 56.24 मीटर के थ्रो के साथ कोसानोव मेमोरियल मीट में गोल्ड मेडल जीता था।
वहीं नियमानुसार डोप टेस्ट में अगर कोई पहली बार पकड़ा जाता है तो उस पर मानकों के अनुसार चार साल का प्रतिबंध लगाया जाता है लेकिन ढिल्लों प्रतिबंध को एक साल कम कर दिया क्योंकि उसने डोपिंग रोधी नियम के उल्लंघन को स्वीकार किया और मंजूरी को स्वीकार कर लिया।
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