देहरादून. आगामी 2 अक्टूबर तक देहरादून समेत उत्तराखंड में जन आरोग्य अभियान चलाया जाएगा जिसके तहत देहरादून की जनता को आरोग्य बनाने की कोशिश की जाएगी. इसमें डॉक्टर गांव- गांव जाकर टीबी मरीजों, आंखों के मरीजों और बुजुर्ग लोगों के स्वास्थ्य का परीक्षण करेंगे. बता दें कि देहरादून में चल रहे इस अभियान में गांव-गांव के लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं दी जाएंगी- विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम गाँव-गाँव जाकर लोगों की जांच करेगी जिसमें शुगर, ब्लड प्रेशर, कैंसर सहित कई गंभीर बीमारियों की जांच की जाएगी-
स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने जानकारी दी कि यह अभियान 1 महीने तक चलाया जाएगा जिसके तहत गांव-गांव जाकर डॉक्टर लोगों की स्क्रीनिंग करेंगे. मरीजों की पहचान करने के बाद उनका इलाज किया जाएगा. इसी के साथ ही जिन लोगों के मोतियाबिंद के ऑपरेशन होने हैं, उनकी जांच की जाएगी. जिन लोगों के आयुष्मान कार्ड नहीं बनाए गए, उनके आयुष्मान कार्ड बनाए जाएंगे, इसी के साथ ही डिजिटल हेल्थ आईडी के बारे में भी लोगों को जागरूक किया जाएगा-
स्वास्थ्य अधिकारी 10-10 गांव में जाकर स्वास्थ्य परीक्षण करेंगे, जिसके 4 दिन पहले ग्राम प्रधान और आशा कार्यकत्रियों को सूचित किया जाएगा ताकि आगे की व्यवस्थाएं की जाए. सरकार द्वारा चलाए गए इस अभियान से लोगों को राहत मिलेगी लेकिन कुछ लोगों का मानना है सिर्फ 1 महीने के अभियान से उत्तराखंड राज्य को आरोग्य नहीं बनाया जा सकता है.
पहाड़ों में ना डॉक्टर है और ना ही दवाइयां, स्वास्थ्य सुविधाओं को दुरुस्त करने के लिए पहाड़ों पर भी ध्यान दिया जाए. देहरादून निवासी गोवर्धन पंत का कहना है कि यदि सरकार वाकई जनता के स्वास्थ्य को सुधारना चाहती है, तो पहाड़ के गांव में डॉक्टर और स्वास्थ्य सुविधाएं दे, सिर्फ बिल्डिंग खड़ी करने से प्रदेश की जनता आरोग्य नहीं होगी.
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