पहले चरण में आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट की 81, पंचकर्म सहायक की 6, आयुर्वेद नर्सिंग की 32 और योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा की 21 सीटों पर काउंसिलिंग कर छात्रों को निजी कॉलेजों में दाखिले दिए गए। परिषद की रजिस्ट्रार नर्वदा गुसाईं ने बताया कि आयुर्वेद में विभिन्न पाठ्यक्रमों में कुल 500 सीटें निर्धारित हैं।
भारतीय चिकित्सा परिषद उत्तराखंड से मान्यता प्राप्त निजी कॉलेजों में आयुर्वेद पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए पहले चरण में 140 सीटों पर काउंसिलिंग की गई। पारदर्शिता के लिए परिषद के कार्यालय में छात्र-छात्राओं की काउंसिलिंग आयोजित कराई गई।
भारतीय चिकित्सा परिषद के अध्यक्ष डॉ. जेएन नौटियाल की देखरेख में काउंसिलिंग की गई। पहले चरण में आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट की 81, पंचकर्म सहायक की 6, आयुर्वेद नर्सिंग की 32 और योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा की 21 सीटों पर काउंसिलिंग कर छात्रों को निजी कॉलेजों में दाखिले दिए गए। परिषद की रजिस्ट्रार नर्वदा गुसाईं ने बताया कि आयुर्वेद में विभिन्न पाठ्यक्रमों में कुल 500 सीटें निर्धारित हैं।
शैक्षणिक सत्र 2022-23 के लिए पहले चरण में 140 सीटों पर काउंसिलिंग की गई। कोविड महामारी के कारण दो साल तक काउंसिलिंग नहीं हुई है। इसमें आयुर्वेद कॉलेज के माध्यम से छात्रों के दाखिले किए गए थे। इस बार काउंसिलिंग में पारदर्शित के लिए परिषद कार्यालय में सभी मान्यता प्राप्त 26 कॉलेजों के लिए काउंसिलिंग की गई।
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