हल्द्वानी. आज तक आपने कई संग्रहालय देखे होंगे जिनमें पुरानी और भूली-बिसरी यादों को ताजा किया जाता है. तस्वीर में आप जो संग्रहालय देख रहे हैं वो हल्द्वानी के एमबीपीजी कॉलेज यानी कुमाऊं के सबसे बड़े एमबीपीजी कॉलेज में बनाया गया कुमाऊंनी संस्कृति संग्रहालय है.
इस संग्रहालय की खास बात यह है कि इसमें ऐसे कुमाऊंनी संस्कृति से जुड़े चित्र सजाए गए हैं जो युवाओं को इसके बारे में बताते हैं. अगर इनमें से कुछ चित्रों की बात की जाये तो जो वाद्य यंत्र और कुमाऊंनी संगीत या कुमाऊंनी झोड़े और कुमाऊंनी कल्चर से जुड़ी जानकारी देते हैं. चित्र के माध्यम से इस संग्रहालय में हर वो चीज सजाई गई है जो कुमाऊंनी संस्कृति से जुड़ी हुई है. इस संग्रहालय का मकसद युवाओं को कुमाऊंनी संस्कृति से जोड़ना है.
कुमाऊं के सबसे बड़े डिग्री कॉलेज में यह संग्रहालय इतना खूबसूरत बनाया गया है कि युवा यहां खुद कुमाऊंनी संस्कृति के बारे में जानने पहुंच रहे हैं. संग्रहालय की मदद से से युवाओं को कुमाऊंनी संस्कृति से जोड़ा जा रहा है. संग्रहालय में 100 से ज्यादा कुमाऊंनी संस्कृति के चित्र लगाए गए हैं. चित्रों के माध्यम से छात्रों को कुमाऊंनी संस्कृति की जानकारी दी जा रही है.
संग्रहालय के संस्थापक डॉ. सी.एस ने बताया कि हम यहां कुमाऊंनी संस्कृति के चित्रों के माध्यम से छात्रों को इसके बारे में बता रहे हैं. जो छात्र यहां आ रहे हैं उन्हें हम कुमाऊंनी संस्कृति के बारे में इन चित्रों के माध्यम से आसानी से बता पा रहे हैं.
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