वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को मोदी सरकार का नौवां बजट पेश किया। इसमें उन्होंने कई बड़ी योजनाओं का एलान किया। वहीं कई तरह के पुराने शुल्कों को हटाने का भी एलान किया। मध्यम वर्ग को आम बजट में जिस राहत का तीन साल से इंतजार था, वह आखिरकार मिल गई। लोकसभा चुनाव से ठीक एक साल पहले पेश हुए आम बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पांच बड़ी घोषणाएं कीं।
वहीं अब बजट को लेकर पक्ष-विपक्ष और आम लोगों की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बजट को लेकर कहा कि ‘मैं पीएम मोदी को धन्यवाद देना चाहता हूं और देश के लोगों के सामने शानदार बजट पेश करने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को बधाई देता हूं। यह बजट देश के साथ-साथ दुनिया के लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरेगा।
बजट को लेकर पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि लगता है प्रधानमंत्री के पास युवाओं के लिए कोई शब्द नहीं है। बेरोजगारी को हल करने के लिए कोई बात नहीं की गई, युवाओं के भविष्य के लिए कोई रोडमैप नहीं है। सोशल और एजुकेशन के क्षेत्र में बहुत माइनर वृद्धि है। सोशल सेक्टर को अनदेखा किया गया है। तो ऐसे बजट को केवल चंद शब्दों का बजट कहा जा सकता है। जिससे देश की किसी समस्या का कोई समाधान नहीं होगा।
- सिगरेट पर आकास्मिकता शुल्क को 16 फीसदी बढ़ाया गया।
- ब्लेंडेड सीएनजी पर जीएसटी हटेगा, कीमतों में आएगी कमी
- कंपाउंडेड रबड़ पर बेसिक इंपोर्ट ड्यूटी 10 फीसदी से बढ़ाकर 25 फीसदी की गई। महंगा होगा।
- सोने के बार से बने आभूषणों पर कस्टम ड्यूटी में इजाफा
- किचन में इस्तेमाल होने वाली इलेक्ट्रॉनिक चिमनी पर कस्टम ड्यूटी 7.5% से बढ़ाकर 15% की गई।
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