Rahul Gandhi 12 Tughlaq Lane bungalow: संसद सदस्यता समाप्त होने के बाद राहुल गांधी को 12 तुगलक लेन बंगले को छोड़ना पड़ा था. सदस्यता बहाल होने के बाद हाउसिंग कमेटी ने पुराने बंगले को ही आवंटित करने का निर्णय लिया था।
Rahul Gandhi bungalow News: राहुल गांधी ने अपना पुराना बंगला 12 तुगलक लेन लेने से औपचारिक रूप से मना कर दिया है. हाउसिंग कमिटी को जवाब दे कर उन्होंने कहा कि वो अब अपना पुराना बंगला नही लेना चाहते. फिलहाल दो तीन घरों के विकल्प उनके पास हैं, जिसमे से किसी एक को जल्द ही फाइनल किया जाएगा. हाल ही में राहुल गांधी अपनी बहन प्रियंका गांधी के साथ 7 सफदरजंग लेन स्थित बंगला देखने गए थे. बता दें कि मोदी सरनेम केस में सूरत की निचली अदालत के फैसले के बाद उनकी सांसदी चली गई थी. सदस्यता समाप्त होने के बाद उन्हें 12 तुगलक लेन बंगले को खाली करना पड़ा था. हालांकि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद उनकी सदस्यता बहाल हो गई.
राहुल गांधी के निशाने पर मोदी सरकार
राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि सरकार भले ही अलग अलग तरीकों से उनकी आवाज दबाने का काम करे वो झुकने वाले नहीं हैं. देश की जनता उनके साथ है और वो लोगों की बात करते हैं. केंद्र सरकार की नीतियों की मुखालफत जिस धारदार अंदाज में वो करते रहे हैं उस अंदाज को कुंद नहीं पड़ने देंगे. आज देश में निराशा का माहौल है. भारत यात्रा के दौरान उन्होंने महसूस भी किया. सरकार की नीतियां कुछ खास लोगों के फायदे तक सीमित रही हैं और उसका असर देखा भी जा सकता है.
‘सामाजिक ताने बाने पर असर’
केंद्र सरकार और बीजेपी के बारे में राहुल गांधी कहते हैं कि यह सरकार और पार्टी दोनों राजनीतिक प्रतिशोध के तहत काम कर रहे हैं, विपक्षी दलों के नेताओं के साथ जिस तरह से व्यवहार किया जा रहा है उसे देख आप खुद अंदाजा लगा सकते हैं. देश में नफरत की खुलेआम दुकान चलाई जा रही है. मणिपुर जलता रहा सरकार खामोश रही, दिल्ली के बगल में नूंह में सामाजिक ताने बाने को नष्ट कर दिया गया. सरकार हरकत में नहीं आई. कांग्रेस का पूर्ण विश्वास है कि महज राजनीतिक फायदे के लिए संविधान का माखौल नहीं उड़ाया जा सकता.
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