Site icon Memoirs Publishing

एशिया कप 2023 के बीच जय शाह से पैसे मांग रहा PCB, जानिए इसके पीछे का कारण

एशिया कप के बीच PCB ने कई सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने एशियन क्रिकेट काउंसिल से पैसो की भी मांग की है। पीसीबी के अनुसार उन्हें काफी नुकसान हुआ है।

एशिया कप 2023 का आयोजन पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) द्वारा पाकिस्तान और श्रीलंका में किया जा रहा है। पहले यह टूर्नामेंट पूरा पाकिस्तान में खेला जाना था, लेकिन टीम इंडिया द्वारा पाकिस्तान का दौरा करने से मना किए जाने के बाद एशियन क्रिकेट काउंसिल (एसीसी) ने श्रीलंका को भी नए वेन्यू के तौर पर जोड़ लिया और एशिया कप के 13 मैचों में से 9 मैच श्रीलंका को दे दिए। हालांकि एशिया कप के होस्टिंग के अधिकार अभी भी पीसीबी के हाथों में है। लेकिन एशिया कप के बीच पीसीबी ने अचानक से एसीसी से पैसों की मांग कर ली है।

PCB ने मांगे पैसे 

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने एशिया कप टूर्नामेंट के मैच को श्रीलंका में करवाए जाने के कारण गेट मनी के नुकसान के लिए एशियाई क्रिकेट काउंसिल से मुआवजे की मांग की है। हालांकि पीसीबी की ओर से अभी इस मामले को लेकर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। आपको बता दें कि श्रीलंका में खेले जा रहे मैचों में बारिश के कारण पीसीबी को काफी नुकसान का सामना करना पड़ा। रिपोर्ट्स के अनुसार एशिया कप पीसीबी के अध्यक्ष जका अशरफ ने एसीसी के चीफ जय शाह को लेटर लिखकर मुआवजा देने की मांग की है। वहीं उन्होंने श्रीलंका में मैचों के शेड्यूल तय करने को लेकर भी निराशा जताई है।

ACC से पूछे सवाल 

पीसीबी चीफ ने पूछा कि एसीसी बोर्ड के सदस्यों को विश्वास में लिए बिना अंतिम समय में मैचों के वेन्यू को बदलने के फैसले के लिए कौन जिम्मेदार है। लेटर में कहा गया है कि पांच सितंबर को बैठक में दोनों मेजबान देशों और एसीसी सदस्यों ने यह फैसला किया था कि मैचों का आयोजन हंबनटोटा में होना चाहिए जिसके बाद श्रीलंका के मुख्य क्यूरेटर पिच तैयार करने के लिए वहां रवाना हो गए थे। यहां तक कि प्रसारण के लिए भी हंबनटोटा में जरूरी व्यवस्थाएं की जाने लगी थी। पत्र के अनुसार एसीसी ने इसकी पुष्टि करते हुए पीसीबी के लिए एक ईमेल भी भेजा था। जका अशरफ ने यह भी कहा कि कुछ देर बाद पीसीबी से कहा गया कि वह इस मेल पर विचार न करे और बाद में घोषणा कर दी गई कि मैच पूराने शेड्यूल के अनुसार ही कराए जाएंगे।

Share this content:

Exit mobile version