हल्द्वानी: डेंगू के बढ़ते मामलों के संदर्भ में, राज्य सरकार अब गंभीर ध्यान देने लगी है। स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने आज सुशीला तिवारी और बेस अस्पताल की निरीक्षण किया, जिसके दौरान उन्होंने डेंगू के सभी वार्डों में मरीजों का स्वास्थ्य चेक किया और अस्पताल प्रशासन को सभी डेंगू मरीजों के बेहतर उपचार करने के निर्देश दिए। इस निरीक्षण के दौरान, श्री आर. राजेश कुमार ने चिकित्सा अधिकारियों को मनोयोग से काम करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि आम जनमानस को सुचारू चिकित्सा उपचार मिल सके, यही हमारी प्राथमिकता है।
स्वास्थ्य सचिव ने डॉक्टरों से कहा कि मरीज को बेवजह प्लेटलेट्स ना चढ़ाई जाए और डेंगू के टेस्ट की रिपोर्ट में भी तेजी लाई जाए। इसके अलावा प्राइवेट अस्पतालों की मनमानी पर भी स्वास्थ्य सचिव बेहद सख्त नजर आए उन्होंने प्राइवेट अस्पतालों की लापरवाही मिलने पर स्वास्थ्य विभाग को क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के तहत जुर्माना लगाने के निर्देश दिए, उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में प्रदेश के अंदर डेंगू के 307 एक्टिव केसेस है और जिस तरह से मरीज बढ़ रहे हैं उसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग सभी अस्पतालों में उपचार की बेहतर व्यवस्थाएं करने में जुटा हुआ है।
स्वास्थ्य सचिव श्री कुमार ने प्राचार्य डा0 अरूण जोशी को निर्देश दिए की मरीज के बेड पर लगे मेडिसिन चार्ट में दिए जा रहे ट्रीटमेंट का नियमित रूप से अंकन कराया जाए। इसके उपरांत जच्चा बच्चा वार्ड में भर्ती डेंगू के मरीजों के हाल जाना। स्वास्थ्य सचिव श्री कुमार ने कहा कि जच्चा बच्चा वार्ड में विशेष रूप से ध्यान दिया जाए व वार्ड में सफाई का भी विशेष ध्यान दिया जाए।
स्वास्थ्य सचिव श्री कुमार ने डेंगू उपचार के बाद अस्पताल से ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके चंपावत निवासी विनोद सिंह से फोन में वार्ता कर स्वास्थ्य का हाल जाना और साथ ही सुशीला तिवारी चिकित्सालय की सुविधा के बारे में भी पूछताछ की।
निरीक्षण दौरान प्राचार्य डा0 अरूण जोशी, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 भागीरथी जोशी, सिटी मजिस्ट्रेट रिचा सिंह, डॉ परमजीत सिंह, जनसंपर्क अधिकारी आलोक उप्रेती व मेडिकल कॉलेज स्टाफ कर्मचारी उपस्थित थे।
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