देहरादून। ग्रामीण विकास विभाग ने आज पंडित दीन दयाल उपाध्याय की जयंती के अवसर पर संस्कृति आडिटोरियम, देहरादून में दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना के तहत एल्युमिनी कम सीएक्सओ मीट का आयोजन किया। ग्रामीण विकास मंत्री गणेश जोशी ने इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर ग्रामीण विकास मंत्री ने सभी प्राप्तवयों को संबोधित किया और कहा कि यह कार्यक्रम एक मंच है जो प्रशिक्षित और कुशल युवाओं के अनुभवों को साझा करने के लिए है, साथ ही सीएक्सओ मीट के माध्यम से नियोक्ताओं के साथ भी अनुभव साझा करते हुए उद्योगों की मांग के आधार पर युवाओं की कौशल तैयारी करने में मदद करता है। उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रकार के आयोजन से युवाओं को रोजगार के लिए प्रोत्साहित किया जाता है और उन्हें रोजगार के अधिक अवसर भी मिलते हैं।
इस अवसर पर ग्राम्य विकास मंत्री द्वारा देहरादून में योजना के तहत स्थापित माइग्रेशन सह काल सेंटर का भी वर्चुअल उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर उनके द्वारा अपने संबोधन में यह भी कहा गया कि माइग्रेशन सपोर्ट सेन्टर में प्रशिक्षण पूर्ण करने के उपरान्त नौकरी पर जाने वाले युवाओं को अस्थायी आवासीय सुविधा और रियायत दर पर भोजन की व्यवस्था कराई जाएगी। यहां पर युवाओं की करियर काउन्सिलिंग भी की जाएगी। ऐसे युवा जो प्रशिक्षण पूर्ण करने के बाद भी नौकरी नहीं कर रहे हैं, कॉल सेंटर द्वारा उनको कॉल कर पुनः रोजगार के नये अवसर प्रदान किए जाएंगे।
योजना की परियोजना निदेशक एवं अपर सचिव ग्राम्य विकास श्रीमती नितिका खण्डेलवाल द्वारा इस अवसर पर बताया गया कि दीन दयाल उपाध्याय-ग्रामीण कौशल्य योजना ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा संचालित एक महत्वपूर्ण केन्द्र पेाषित येाजना है जिसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में आवासित गरीब परिवारों के युवाओं को कौशल प्रशिक्षण देकर विभिन्न सेवा सेक्टरों में नियमित मासिक आय वाले स्थायी रोजगार उपलब्ध कराना है। योजना के तहत राज्य को 2019 से 2024 तक के लिये 25000 युवाओं को प्रशिक्षित कर रोजगार उपलब्ध कराने का लक्ष्य दिया गया है। अब तक कुल 20347 अभ्यर्थियों का प्रशिक्षण पूर्ण किया जा चुका है तथा 2543 अभ्यर्थी प्रशिक्षणरत है। प्रशिक्षण उपरांत कुल 14664 अभ्यर्थियों को रोजगार से जोड़ा जा चुका है तथा 9329 अभ्यर्थियों का तीन माह एवं उससे अधिक का रोजगार उपलब्ध कराया जा चुका है। येाजना के तहत प्रशिक्षण हेतु 18 सेक्टर के 89 टेड स्वीकृत किये गये । कुल 67 केन्द्रो के माध्यम से प्रशिक्षण प्रारम्भ किया गया। वर्तमान समय में 31 आवासीय प्रशिक्षण केन्द्र क्रियाशील है, जिनके माध्यम से लगभग वर्तमान में 2543 युवा प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे है।
यह भी अवगत कराया कि राज्य सरकार द्वारा योजना के तहत दिब्यांगों हेतू 02 प्रशिक्षण केन्द्र स्थापित किये गये है जिनमे अब तक कुल 463 युवाओं को प्रशिक्षित किया जा चुका है तथा 255 युवा प्रशिक्षण उपरांत रोजगार प्राप्त कर चुके है।
इस अवसर पर सचिव ग्राम्य विकास श्रीमती राधिका झा द्वारा योजना के तहत युवाओं को इन्डस्ट्री के मांग के अनुसार प्रशिक्षण दिये जाने की आवश्यकता पर बल दिया साथ ही यह भी बताया कि इन्डस्ट्री के मांग के अनुसार नये प्रशिक्षण माड्यूल तैयार किये जाये। युवाओं के प्लेसमेंट टेªकिंग पर भी योजना के तहत विशेष ध्यान दिया जाये ताकि प्रशिक्षण की गुणवत्ता उच्च कोटि की बनी रहे। उन्होने यह भी कहा कि इन युवाओं को इन्डस्टी मांग के अनुसार रि-स्किल प्रशिक्षण दिये जाने पर भी विचार किया जायेगा।
इस अवसर पर, योजना के तहत प्रशिक्षण प्राप्त कुशल युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए विभिन्न कम्पनियां ने भी भाग लिया। इसके साथ ही, 05 नियोक्ताओं के साथ एम0ओ0यू0 भी हस्ताक्षरित किया गया है। इस कार्यक्रम में, लगभग 900 रोजगाररत युवाओं और प्रशिक्षणार्थियों ने भी भाग लिया और अपने अनुभवों को साझा किया। कुछ युवाओं के माता-पिता भी इसमें शामिल थे।
दीनदयाल उपाध्याय-ग्रामीण कौशल्य योजना (डीडीयू-जीकेवाई) के अंतर्गत, एल्युमिनी कम सी0एक्स0ओ0 मीट कार्यक्रम में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के स्वयं सहायता समूह ने हस्तनिर्मित उत्पादों के स्टॉल भी लगाए। ग्रामीण विकास मंत्री गणेश जोशी ने एल्युमिनी कम सीएक्सओ मीट में भाग लेने वाले युवाओं को सम्मानित किया, प्रशिक्षणार्थियों को वेलकम किट दी और प्रशिक्षण पूरा कर चुके युवाओं को नौकरी पत्र दिया। कार्यक्रम में सचिव ग्रामीण विकास राधिका झा, अपर सचिव ग्रामीण विकास एवं परियोजना निदेशक, डीडीयू-जीकेवाई नितिका खण्डेलवाल, आनन्द स्वरूप, आयुक्त ग्रामीण विकास, उपायुक्त ए0के0राजपूत, एस0के0तिवारी, संयुक्त निदेशक स्किल्स, ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार, डॉ0 प्रभाकर बेबनी, मुख्य क्रियान्वयन अधिकारी, डी0डी0यू0-जी0के0वाई0, टी0एस0ए0टीम के सदस्य उपस्थित रहे।
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