प्रदेश भाजपा संगठन के मार्गदर्शन में, धामी सरकार के कैबिनेट मंत्री हर महीने प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन कर रहे हैं, जिसमें वे राज्य सरकार के काम और उपलब्धियों के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान कर रहे हैं। पिछले महीने, सतपाल महाराज जैसे कैबिनेट मंत्री ने अपने विभागों के काम के बारे में बताया, और इस महीने, सुबोध उनियाल ने अपने विभागों के कार्यों की जानकारी प्रदान की।
बता दें सुबोध उनियाल ने बताया कि उनके विभाग, जैसे कि वन तकनीक शिक्षा और भाषा, कई महत्वपूर्ण निर्णयों को लिए हैं, और वन विभाग में कई बड़े निर्णय लिए गए हैं। उन्होंने बताया कि राज्य का तकरीबन 70% क्षेत्र वनों से घिरा हुआ है, और उन्होंने जंगलों में आग बचाने के लिए बड़े प्रयास किए हैं। इसके लिए ग्राम प्रधान की अध्यक्षता में वन प्रबंधन समिति का गठन किया गया है, जो जंगलों की आग पर काबू पाने में मदद करेगी।
उन्होंने यह भी बताया कि वन पंचायत में फलदार पेड़ों को बोने जाने की योजना पर काम किया गया है, ताकि ग्रामीणों को आजीविका से जोड़ा जा सके। इसके अलावा, 21 प्रजातियों के पेड़ों को काटने पर प्रतिबंध लगाया गया है, लेकिन अन्य प्रजातियों के पेड़ों को काटने की अनुमति दी गई है। अब किसी के खेत में चीड़ का पेड़ होने पर भी वह उसे काट सकता है, और इसके लिए जेल जाने की सजा हटाई गई है, लेकिन फलदार और प्रतिबंधित पेड़ों को काटने पर जुर्माने को बढ़ा दिया गया है।
बता दें वन मंत्री ने बताया कि भालू और हाथी के हमलों से होने वाले फसलों के नुकसान का मुआवजा भी दिया जा रहा है, और इससे ग्रामीणों को सहायता मिलेगी। सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की है, जैसे कि पीसीसीएफ रैंक के अधिकारी को सस्पेंड किया गया है, और वनों के साथ अनैतिकता करने वालों को सजा नहीं मिलेगी। वन्यजीवों के हमले में इंसान की मृत्यु पर परिजनों को बड़ा मुआवजा दिया जा रहा है।
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