देहरादून। कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि भारत ने किसानों के हित में कई अहम कदम उठाए हैं। किसानों की हितों रक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है। भारत का किसान आज घर बैठे अपनी फसल को देश की किसी मंडी में बेच सकता है। यह सब हुआ है मंडियों के आधुनिकीकरण की ई-नाम प्रणाली से। उत्तराखंड सरकार राज्य के किसानों की आमदनी को बढ़ाने और उनके समग्र विकास के लिए कई योजनाएं संचालित कर रही है। मेक्सिको के कैनकुन में थोक बाजार के वैश्विक संघ द्वारा आयोजित विश्व संघ सम्मेलन-2023 के दूसरे दिन जोशी ने कहा कि भारत के सभी प्रदेशों में अधिकांश कृषि मंडियां ईनाम प्रणाली से जुड़ चुकी हैं। यह देश के पीएम नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में ही संभव हो पाया। अब अब किसान घर बैठे ई-नाम पोर्टल के माध्यम से अपनी उपज को देश की किसी भी मंडी में बेच सकता है। आज भारत कृषि एवं औद्यानिक के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर तेजी से आगे बढ़ रहा है।सम्मेलन में मंडियों का डिजिटलीकरण व एशियाई देशों के बीच व्यापार को बढ़ाने के लिए एक समूह का गठन करने की जरूरत पर बल दिया गया। इस अवसर पर राज्य के प्रतिनिधि के रूप में प्रबंध निदेशक डॉ. जेएस यादव, विपणन बोर्ड सचिव विजय थपलियाल भी मौजूद रहे।
एशियाई देशों के बीच व्यापार को बढ़ाने के लिए एक ग्रुप जरूरी: वर्ल्ड कांफ्रेंस में इस विषय पर एक सहमति बनाई गई कि एशियाई देशों के बीच व्यापार को बढ़ाने के लिए एक ग्रुप के गठन की जरूरत है. कृषि मंडियों के राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समन्वय स्थापित करने और व्यापार को सुगम बनाने के लिए यह ग्रुप काम करेगा.
सम्मेलन में 165 देशों के 300 प्रतिनिधियों ने लिया भाग: बता दें कि थोक बाजार के अंतर्राष्ट्रीय संघ द्वारा मेक्सिको के कैनकुन में थोक बाजारों का तीन दिवसीय वैश्विक सम्मेलन 2023 का आयोजन किया गया. जिसमें दुनिया भर के 165 देशों के 300 प्रतिनिधियों ने भाग लिया. इस बार “खाद्य बाजार का भविष्य उपभोक्ताओं की अपेक्षानुरूप, थोक एवं फुटकर बाजार का आधुनीकरण वर्ष 2030 तक” थीम पर सभी देश अपने अपने देश के हालातों के आधार पर विचार रखेंगे.
Share this content: