बदरीश पंडा पंचायत ने पौराणिक स्थलों को क्षति पहुंचाने का लगाया आरोप
संवाद न्यूज एजेंसी
जोशीमठ। महायोजना मास्टर प्लान के तहत, बदरीनाथ धाम में अलकनंदा नदी के पास पौराणिक नृसिंह शिला के चारों ओर पत्थरों को तोड़ने और जेसीबी से काम चल रहा है। बदरीश पंचायत ने मास्टर प्लान के तहत किए जा रहे कार्यों में पौराणिक स्थलों को क्षति पहुंचाने का आरोप लगाया है। उन्होंने इस मामले में जिलाधिकारी को ज्ञापन भेजा और कार्यदायी संस्था को इस प्रक्रिया को रोकने की मांग की है। वे कहते हैं कि अगर ऐसा नहीं किया जाता, तो एक प्रदर्शन किया जाएगा।पूर्व बदरीनाथ धाम के धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल ने पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज से मोबाइल पर बात करके इस मामले की जानकारी दी। बदरीश पंचायत के कोषाध्यक्ष अशोक टोडरिया ने कहा है कि मास्टर प्लान के कार्यों के दौरान वादा किया गया था कि धाम में पौराणिक स्थलों और संपदाओं की सुरक्षा की जाएगी, लेकिन कार्यदायी संस्था इसे अनदेखी कर रही है। सोमवार को बदरीनाथ धाम में नृसिंह शिला को क्षतिग्रस्त करने की कोशिश की गई है। इस प्रकार की कार्यवाही का विरोध बदरीनाथ के रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी, पूर्व धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल, पंडा पंचायत के सदस्य प्रमोद नारायण, अखिलेश टोडरिया, संतोष ध्यानी, साराभाई आदि ने किया है।
– नृसिंह शिला की ओर मास्टर प्लान के कोई कार्य नहीं चल रहे हैं। यहां जेसीबी गई थी लेकिन पत्थरों को व्यवस्थित किया जा रहा था। इस संबंध में बदरीनाथ के धर्माधिकारी, रावल सहित सभी गणमान्य लोगों से बातचीत हुई है। बदरीनाथ धाम में पौराणिक स्थलों से कोई छेड़छाड़ नहीं की जाएगी। – अधिशासी अभियंता, लोनिवि पीआईयू, बदरीनाथ।
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