उत्तराखण्ड में इन्वेस्टमेंट को बढ़ावा देने के लिए सीएम पुष्कर सिंह धामी बुधवार को चेन्नई पहुंचे और वहां कई उद्योगपतियों के साथ मुलाकात की. मुख्यमंत्री धामी ने निवेशकों से कई मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की.
Uttarakhand : उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Chief Minister Pushkar Singh Dhami) राज्य में ज्यादा से ज्यादा निवेशकों को आमंत्रित करने के लिए चेन्नई पहुंचे और रात्रि भोज के अवसर पर उद्योगपतियों के अलग अलग ग्रुपों से मिले. धामी सरकार ने राज्य में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए नई नीतियां बनाई हैं. मुख्यमंत्री लगातार इन नीतियों में नए-नए सुझाव शामिल करने के लिए निवेशकों से मुलाकात कर रहे हैं और उनसे उद्योगों से जुड़े मुद्दों पर विस्तार से चर्चा कर रहे हैं.
उत्तराखण्ड के देहरादून में 8-9 दिसंबर को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 का आयोजन होगा. इस समिट में अधिक से अधिक इन्वेस्टमेंट आए, इसके लिए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को चेन्नई का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने रात्रि भोज पर कई निवेशकों से मुलाकात की और उनके उत्तराखण्ड में निवेश को बढ़ावा देने से संबंधित कई विषयों पर चर्चा की. चेन्नई में धामी के साथ राज्य के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, सौरभ बहुगुणा, सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम, सचिन कुर्वे, डॉ. आर राजेश कुमार आदि मौजूद रहे.
आपको बता दें कि इससे पहले सीएम धामी ने इसी महीने ‘उत्तराखंड ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट’ के लिए ब्रिटेन की कंपनियों और संस्थानों को लंदन जाकर आमंत्रित किया था. सरकार का मानना है कि राज्य में उद्योगों के लिए अनुकूल माहौल है. राज्य में रोड, रेल, रोपवे और हवाई कनेक्टिविटी का तेजी से विस्तार हो रहा है. उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के तहत अबतक 55 हजार करोड़ रुपये से अधिक के करार हो चुके हैं.
वर्तमान में उत्तराखण्ड करीब 3,750 मेगावाट जलविद्युत का उत्पादन करता है, जबकि इसमें 18,000 मेगावाट से अधिक उत्पादन करने की क्षमता है. यह राज्य कृषि-आधारित उद्योगों, फार्मास्यूटिकल्स और स्वास्थ्य सेवा, इलेक्ट्रॉनिक्स, कल्याण और पर्यटन, आईटी और आईटीईएस समेत क्षेत्रों में एक अद्वितीय निवेश अवसर प्रस्तुत करता है. इसके पीछे इस राज्य की भोगौलिक संरचना और दिल्ली जैसे महानगर से सड़क एवं हवाई मार्ग से कनेक्टिविटी आदि हैं.
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