देहरादून:- बुधवार को, स्मृति विकास संस्थान ने स्वावलंबी भारत अभियान से प्रेरित होकर, स्वदेशी और स्वावलम्बी दृष्टिकोण को समाज में बढ़ावा देने के उद्देश्य से उत्तराखंड विकास प्रदर्शनी का आयोजन किया। यह प्रदर्शनी देहरादून के कैंपस में दून विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित की गई थी। इस कार्यक्रम में, उद्यमिता किसान सम्मेलन और सम्मान समारोह के दूसरे दिन, कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी मुख्य अतिथि रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता भुवन विक्रम डबराल ने की, और इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय विचारक और मार्गदर्शक डॉ. एन. गोविंदाचार्य की महत्वपूर्ण उपस्थिति थी।
कार्यक्रम का संचालन ललित जोशी ने किया।
उत्तराखण्ड विकास प्रदर्शनी और किसान उद्यमिता सम्मेलन एवं सम्मान समारोह” कार्यक्रम का उद्घाटन मंत्री गणेश जोशी, राष्ट्रीय विचारक डॉ. के.एन. गोविंदाचार्य, विशेष अतिथि सुनील अग्रवाल, और कार्यक्रम समिति के संरक्षक विशंभर नाथ बजाज ने दीप प्रज्वलित करके सफलता से प्रारंभ किया।
मुख्य वक्ता के रूप में केएन गोविंदाचार्य ने बताया कि हमारे वातावरण में दिन प्रतिदिन जलवायु परिवर्तन होता जा रहा है जिस कारण व्यवधान उत्पन्न हो रहे हैं जलवायु परिवर्तन का होना भी मानव जाति के लिए ठीक नहीं है बादल का फटना भूस्खलन बाढ़ आना भूकंप आना यह सभी विषय विचारणीय है विकास के लिए तीन पैरामीटर तय किए गए है। वर्तमान परिपेक्ष में देखेंगे तो शांति सबसे ज्यादा प्रभावित है क्योंकि जगह-जगह विवाद उपज रहे हैं 15000 नदियां थी जिसमें 4.30 हजार नदिया लुप्त हो गई है भारत में 2.4% जमीन है जल जीवन जंगल की स्थिति भी ठीक नहीं है न्यूयॉर्क में एक रिवर्स क्लॉक लगाई गई है जो रिवर्स में घूम रही है 2030 में वह शून्य हो जाएगी यह एक विचारणीय विषय है। सिक्किम में जो बाढ़ आई राजनीतिक आधार पर उसने किसी को बख्शा नहीं है उत्तरकाशी जो धसा तो उसने यूपी के जाति विभाजन का विचार नहीं किया।
वहीं कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी जी ने उत्तराखंड की कृषि की स्थिति के बारे में बताया कि उत्तराखंड सरकार क्षेत्रीय उत्पादों पर जोर दे रही है। और इसी क्रम में मंडवे का रेट ₹38 रखा गया है जिस कारण ग्रामीणों को मंडवे के उत्पादन में प्रोत्साहन किया जा रहा है। वर्तमान में गढ़वाल के उत्पादों की मांग दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। और स्वयं सहायता समूह के माध्यम से कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज सरकार माननीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में अन्न मिलट कार्यक्रम का आयोजन कर रही है तथा उत्तराखंड की विभिन्न मोटे अनाजों को प्रमोट किया जा रहा है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गणेश जोशी केएन गोविंदाचार्य को अपने बीच में पाकर बड़ी खुशी जाहिर की और बताया कि यह मेरा सौभाग्य है कि गोविंदाचार्य जी के दर्शन हो गए कि हमारा देश कृषि प्रधान है। कृषि को स्वरोजगार के रूप में अपनाने पर जोर दिया और किसानों के हित में कार्य करने को कहा और उन्होंने कहा कि किसान को छोटा नहीं समझना चाहिए बल्कि किसान हमारी जिंदगी का एक बहुत बड़ा अंग है। कहां की स्कॉलरशिप में कृषि विभाग की विभिन्न योजनाओं के स्टाल लगे हैं जो कि आप सभी को कृषि विभाग की विभिन्न जानकारी प्रदान करेंगे।
उत्तराखंड विकास प्रदर्शनी में विभिन्न विभागों के स्टॉल लगाए गए हैं जो कि युवाओं को स्वावलंबी में आत्मनिर्भर बनने हेतु विभिन्न योजनाओं की जानकारी प्रदान करेंगे। कार्यक्रम में विभिन्न किसानों को उत्कृष्ट कार्य करने हेतु किसान उद्यमिता सम्मान द्वारा सम्मानित भी किया गया जिन्हें मंत्री गणेश जोशी , के एन गोविंदाचार्य, सुरेंद्र सिंह, अन्य अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन ललित जोशी ने किया और कार्यक्रम में दून विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर प्रोफेसर सुरेखा डंगवाल जी, डॉक्टर सुनील अग्रवाल, प्रवीण ममगाई, प्रवीण पुरोहित, डॉ नरेश मिश्रा, डॉ दिव्य नेगी, डॉ भावना डोभाल तथा विभिन्न विद्यालयों की छात्र-छात्राओं व अनेक किसानों ने प्रतिभाग किया।
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