अधिकारियों ने बताया कि सिक्किम में रात करीब डेढ़ बजे चुंगथांग बांध से पानी छोड़े जाने के कारण बाढ़ की स्थिति और बदतर हो गई। लापता लोगों को बचाने के लिए बड़े स्तर पर राहत-बचाव कार्य जारी है।
उत्तरी सिक्किम में ल्होनक झील पर बादल फटने से तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आने के बाद, कम से कम 14 लोगों की मौत की खबर है। वहीं, 22 सैन्यकर्मी समेत करीब 102 लोग लापता बताए गए हैं, जिनकी खोज जारी है।
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने लिया हालात का जायजा
सिक्किम की बिगड़ती स्थिति के बीच, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद गुरुवार सुबह सिक्किम के दार्जिलिंग पहुंचे। वहां उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा, ‘हालात बहुत चिंताजनक हैं। लोग पीड़ित हैं, अब भी अनिश्चितता है… हम देख रहे हैं कि जल्द से जल्द क्या निवारक उपाय किए जा सकते हैं। बाढ़ से पहले, बाढ़ के दौरान और बाढ़ के बाद कई चीजें हैं जो आदर्श रूप से की जानी चाहिए, हम उसके लिए तैयारी कर रहे हैं।'”
सिक्किम में राहत-बचाव कार्य जारी
सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के प्रोजेक्ट स्वास्तिक के तहत उत्तरी सिक्किम के गंभीर रूप से प्रभावित चुंगथांग और मंगन क्षेत्र में राज्य प्रशासन के समन्वय में बचाव कार्यों के साथ-साथ क्षति को कम करने के लिए अभियान जारी है। क्षेत्र में चार महत्वपूर्ण पुल गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। 200 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है।
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