मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गृह विभाग को निर्देश दिए हैं कि प्रदेश में चल रहे सभी मदरसों का वैरिफिकेशन कराया जाए। इस वैरिफिकेशन प्रक्रिया में, जो भी अनियमितता पाई जाए, उस पर तुरंत कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यह निर्देश दरअसल नैनीताल में ज्योलिकोट के पास चल रहे एक मदरसे के खिलाफ कई गंभीर शिकायतों के बाद आए हैं।
नैनीताल, उत्तराखंड: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को नैनीताल जिले के वीरभट्टी में एक अवैध मदरसे में हो रहे कथित अमानवीय व्यवहार की संज्ञान ली और गृह विभाग को प्रदेश में संचालित सभी मदरसों का सत्यापन करने के निर्देश दिए।
इस वैरिफिकेशन प्रक्रिया में, जो भी अनियमितता पाई जाए, उस पर तुरंत कानूनी कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने यह निर्देश दरअसल नैनीताल में ज्योलिकोट के पास चल रहे एक मदरसे में एक अभिभावक की शिकायत के बाद दिए हैं, जिसमें बच्चों के साथ कथित शारीरिक शोषण सहित अमानवीय व्यवहार के मामले सामने आए थे।
इस मदरसे में बच्चों का स्वास्थ्य ठीक नहीं था और उन्हें साफ खाना तथा पानी भी उपलब्ध नहीं कराया जा रहा था। इसके अलावा, मदरसा बिना पंजीकरण के चल रहा था।
तल्लीताल पुलिस थाना प्रभारी रोहताश सिंह ने बताया कि मदरसे के मौलवी मोहम्मद हारून और उनके पुत्र इब्राहीम के खिलाफ यौन अपराधों से बच्चों को संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम, किशोर न्याय अधिनियम तथा भारतीय दंड विधान की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि मामले की विवेचना की जा रही है और उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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