मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इंदौर में प्रवासी उत्तराखंडी समाज द्वारा आयोजित जनसभा में भाग लिया। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड सांस्कृतिक संस्था ने समाज सेवा के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। वहां बालिकाओं के विवाह के लिए शुरू किए जा रहे पहल और वरिष्ठ नागरिकों के सम्मान की योजना, साथ ही मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित करने की पहल जैसे कई क्षेत्रों में उत्तराखंड सांस्कृतिक संस्था ने सकारात्मक कार्य किए हैं।
मुख्यमंत्री ने यह कहा कि जब भारत के विभिन्न प्रांतों के लोग मिलते हैं, तो एक एकजुट भारत की भावना उत्पन्न होती है, और जब उत्तराखंड के लोग मिलते हैं, तो “श्रेष्ठ उत्तराखंड” का आभास होता है। उन्होंने इसको बताते हुए कहा कि सभी प्रवासी उत्तराखंडी देवभूमि के ब्रांड एम्बेसडर हैं और वे सभी देवभूमि की संस्कृति और परंपराओं को प्रमोट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आज का नया भारत सम्पूर्ण विश्व को एक नई दिशा देने का काम कर रहा है, हाल ही में नई दिल्ली में संपन्न हुआ जी-20 सम्मेलन के भव्य आयोजन के हम सब साक्षी हैं। भारत में हो रही प्रगति का सबसे बड़ा कारण भारतवासियों का स्वयं पर विश्वास है और इस विश्वास को पुनः जागृत करने का काम यदि किसी ने किया है तो वे हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन और केन्द्र सरकार के सहयोग से उत्तराखंड में ऐसे बहुत से काम हुए हैं, जो पहले नामुमकिन से लगते थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उत्तराखण्ड के प्रति विशेष लगाव और केंद्र सरकार के सहयोग से उत्तराखण्ड तेजी से विकास की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में केन्द्र सरकार द्वारा राज्य में 1 लाख 50 हजार करोड़ से अधिक की परियोजनाएं स्वीकृत की जा चुकी हैं। श्री केदारपुरी का पुनर्निर्माण व श्री बद्रीनाथ के सौन्दर्यीकरण के कार्य, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन, नेतृत्व एवं संकल्प का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण हैं। जौलीग्रांट एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाया जा रहा है तथा ऊधमसिंह नगर में ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट को भी विकसित किया जा रहा है। ऊधमसिंह नगर में एम्स का सेटेलाइट सेंटर स्थापित होने के बाद राज्य में दो-दो एम्स संचालित होने का रास्ता साफ हो जाएगा। केन्द्र सरकार के रीजनल कनेक्टिविटी योजना के अंतर्गत 13 स्थानों पर हेलीपोर्ट का निर्माण किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में समान नागरिक संहिता लागू करने की दिशा में हमनें प्रभावी कदम उठाये हैं, हम समान नागरिक संहिता को प्रदेश में जल्द ही लागू करने की तैयारी कर रहे हैं। हमने उत्तराखंड में सरकारी भूमि पर अवैध अतिक्रमण के विरूद्ध सख्त कार्रवाई करते हुए लगभग 35 सौ एकड़ सरकारी जमीन मुक्त करवाई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां हर गांव को हाईवे से जोड़ने की राज्य सरकार की योजना है, वहीं पहाड़ों में रेल पहुंचने का स्वप्न ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना के माध्यम से शीघ्र ही साकार होने वाला है। प्रदेश में रोपवे निर्माण के क्षेत्र में भी अभूतपूर्व प्रगति की है। गौरीकुण्ड-केदारनाथ और गोविंदघाट-हेमकुण्ट साहिब रोपवे का निर्माण कार्य गतिमान है। राज्य में पूर्ण पारदर्शिता के साथ भर्ती परीक्षाएं हो, इसके लिए सख्त नकल विरोधी कानून लागू किया गया है। नकल विरोधी कानून लागू होने के बाद सभी सभी परीक्षाएं पारदर्शी तरीके से संपन्न हुई हैं। इक्कीसवीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का दशक बनाने के लिए सरकार द्वारा निरंतर प्रयास किया जा रहे हैं।
इस अवसर पर यशवंत सिंह बिष्ट, देवेन्द्र सिंह रावत, देवी दत्त त्रिपाठी, श्रीमती सीमा डंगवाल, श्रीमती गीता नेगी, रघुवीर सिंह रावत व अन्य प्रवासी उत्तराखण्डी उपस्थित थे।
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