श्रीनगर: श्रीनगर के ऐतिहासिक बैकुंठ चतुर्दशी मेला एवं विकास प्रदर्शनी का शनिवार को शुभारंभ हो गया है। सात दिवसीय मेले का वर्चुअल उदघाटन प्रदेश के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेनि) गुरमीत सिंह ने किया। इस मौके पर उन्होंने शुभकामनाएं देते हुए कहा कि बैकुंठ चतुर्दशी का दिन अद्वितीय है।
चार साल बाद वैकुंठ चतुर्दशी मेले का आगाज हुआ। नगर निगम की ओर से पहली बार आवास विकास प्रदर्शनी मैदान में मेले का आयोजन हो रहा है। कार्यक्रम का उदघाटन करने राज्यपाल ले.ज. (सेनि) गुरमीत सिंह को आना था, लेकिन हेलीकॉप्टर नहीं मिलने की वजह से वह यहां नहीं पहुंच पाए। इसलिए उन्होंने वर्चुअली मेले का उदघाटन किया।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि श्रीनगर श्री की धरती है, यहां आकर उन्हें अलग ही आत्मिक अनुभूति होती है। कहा पहाड़ पर स्थित श्रीनगर प्रगति का आधार केंद्र है। गढ़वाल में विकास के लगातार नए प्रतिमान स्थापित हो रहे हैं। उन्होंने सिलक्यारा में सुरंग के अंदर फंसे लोगों की सुरक्षा के लिए भगवान कमलेश्वर महादेव से प्रार्थना की।
इससे पूर्व प्रदेश के कैबिनेट मंत्री डा. धन सिंह रावत ने कमलेश्वर मंदिर में पूजा अर्चना कर विधिवत कार्यक्रम की शुरूआत की। मौके पर उन्होंने कमलेश्वर महादेव मंदिर में कमल पुष्प भी अर्पित किए। मेला स्थल पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि 2018 के बाद पहली बार नगर निगम की ओर से मेले का आयोजन किया जा रहा है।
इस बार मेले के उपलक्ष्य में प्रत्येक दिन अलकनंदा नदी में धारी देवी के निकट बनी झील में जल क्रीड़ा का भी आनंद ले सकेंगे। कार्यक्रम के दौरान एसजीआरआर पब्लिक स्कूल व सेंट थ्रेसास कान्वेंट स्कूल के छात्र-छात्राओं सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी।
इस अवसर पर कमलेश्वर महादेव मंदिर के महंत आशुतोष पुरी, नागेश्वर मंदिर के महंत नितिन पुरी, डीआईजी एसएसबी सुभाष चंद्र नेगी, डीएम पौड़ी डा. आशीष चौहान, एसएसपी श्वेता चौबे, मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रो. सीएमएस रावत, एसडीएम नूपुर वर्मा, भाजपा जिलाध्यक्ष सुषमा रावत, भाजपा मंडल अध्यक्ष जितेंद्र धिरवाण ने विचार व्यक्त किए। संचालन डा. राकेश भट्ट और राखी धनाई ने किया।
कमलेश्वर महादेव मंदिर की भूमि होगी चिन्हित
कैबिनेट मंत्री डा. धन सिंह रावत ने कहा कि कमलेश्वर महादेव मंदिर के अधीन 67 गांव आते थे। मंदिर की जमीन को खुर्द-बुर्द कर दिया गया है। उन्होंने मौके पर ही जिलाधिकारी पौड़ी व एसएसपी पौड़ी को निर्देशित करते हुए कहा कि मेले के तत्काल बाद मंदिर के अधीन आने वाली जमीन के कागजातों के आधार पर मंदिर के कब्जे छुड़ाए जाएं। उन्होंने कहा कि अगले साल तक कमलेश्वर महादेव मंदिर भव्य रूप में नजर आएगा। इसके लिए दो करोड़ की लागत से जीर्णोद्धार के कार्य कराए जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रवेश और निकासी के द्वार भी अलग-अलग किए जाएंगे। जिससे श्रद्धालुओं केा दिक्कतों का सामना न करना पड़े।
आवास विकास की जमीन के लिए यूपी के सीएम से करेंगे मुलाकात
जीआईटीआई मैदान में रेलवे के कार्य चलने की वजह से यहां पर मेले के लिए जगह उपलब्ध नहीं हो पा रही थी। इस साल भक्तियाना स्थित यूपी आवास विकास परिषद की जमीन को चिन्हित कर मेले का आयोजन किया जा रहा है। कैबिनेट मंत्री डा. धन सिंह ने कहा कि यहां मेला और अन्य आयोजनों के लिए पर्याप्त स्थान है। शीघ्र ही इस भूमि के हस्तांतरण के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की जाएगी। यह जमीन तब नगर निगम के हवाले की जायेगी।
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