देहरादून, 17 नवम्बर। गुरुवार को, प्रदेश के कृषि एवं उद्यान मंत्री गणेश जोशी ने कैंप कार्यालय में उद्यान विभाग के अधिकारियों के साथ विभागीय समीक्षा की। बैठक में मंत्री गणेश जोशी ने अधिकारियों को शीघ्र विभाग का कैलेंडर तैयार करने और जरमोला और चौबटिया में स्थित उद्यान विभाग के रिसर्च सेंटर को शीघ्र पुनर्जीवित करने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
समीक्षा के दौरान, मंत्री गणेश जोशी ने उत्तराखंड में फूड प्रोसेसिंग की अपार संभावनाओं की बात की और यह कहा कि इस पर प्राथमिकता और सुनियोजित ढंग से कार्य किया जाना चाहिए। मंत्री ने पीएफएमई और पीकेवीवाई योजना के तहत खुलने वाले आउटलेट्स के लिए तेजी से कार्य करने की बात की, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगार के अवसरों को बढ़ावा मिले। मंत्री ने अधिकारियों को स्थानीय नर्सरीयों से सेब की पौधों को तैयार करने वालों को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया। उन्होंने बैठक में कहा कि उत्तराखंड में कई ऐसे स्थानीय उत्पाद हैं, जो अब विलुप्त हो रहे हैं। मंत्री ने अधिकारियों को चौबटिया और जरमोला में स्थित रिसर्च सेंटर को शीघ्र पुनर्जीवित करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने अधिकारियों को चौबटिया उद्यान में पर्यटन की गतिविधियों को बढ़ाने के लिए प्रयास करने के लिए निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों से चौबटिया उद्यान को हॉर्टी टूरिज्म के रूप में विकसित करने का भी निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि चौबटिया गार्डन का अपना एक अलग इतिहास है जिसका अपना एक रिसर्च सेन्टर भी हुआ करता है यहीं से लोग शोध करने अन्य प्रदेशों ने इसको अपनाया और उद्यान क्षेत्र में आगे बढ सके। मंत्री ने अधिकारियों को चौबटिया गार्डन में पर्यटन गतिविधियां बढ़ाने के दृष्टिगत भी अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। मंत्री ने कहा कि स्थानीय लोगों और पर्यटकों को सेना की वजह वहां पर पर्यटकों को आने व जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जिसके लिये चौबटिया गार्डन आने के लिये लोगों के लिए लगभग 700 मीटर एक लिंक मार्ग जल्द से जल्द चौबटिया गार्डन तक जोड़ने के लिए शीघ्र कार्यवाही के निर्देश दिए। बैठक के दौरान मंत्री गणेश जोशी ने अधिकारियों सेब की प्लांटेशन को लेकर भी समय से तैयारिया शुरू करने के भी निर्देश दिए।
इस अवसर पर कृषि महानिदेशक रणवीर सिंह चौहान, सीईओ बोर्ड नरेंद्र यादव सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
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