Dehradun , 30 दिसम्बर . हिमालय वेलनेस के फायटो-केमिस्ट्री और आयुर्वेद क्षमता और संभावनाएं पर आयोजित संगोष्ठी कार्यक्रम का कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने शुभारंभ किया. इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री जोशी ने हर्बल गार्डन का अवलोकन किया. संगोष्ठी में विभिन्न शिक्षण संस्थानों के कई वक्ताओं ने अपने विचार रखें.
उन्होंने कहा कि आयुर्वेद, पौधों पर आधारित भारत की परंपरागत चिकित्सा पद्धत्ति है, जिसका लाभ हम सदियों से उठा रहे हैं. ऋग्वेद में जहां 99 औषधीय पौधों के विषय में जानकारी मिलती है, वहीं यजुर्वेद में 82 तथा अथर्ववेद 288 औषधीय पौधों के विषय में बताया गया है, और किसी न किसी रूप में इसका लाभ उठा रहा है.
उन्होंने कहा हम सदियों से जानते हैं की हल्दी हमारे लिए कितनी लाभदायक है, परन्तु हम में से कितने लोग जानते हैं की हल्दी के किस रासायनिक गुण की वजह से वह इतनी उपयोगी है. अब समय आ गया है कि हम हमारे पारम्परिक ज्ञान तथा नवीनतम वैज्ञानिक तकनीकों का उपयोग कर आयुर्वेद को एक नया आयाम दें, जिससे आयुर्वेद की क्षमता और संभावनाएं को बढ़ाया जा सके. उन्होंने कहा सेलाकुई स्थित सेंटर फॉर एरोमेटिक प्लांट्स में शोध के कई कार्य किए जा रहे है.
उन्होंने हिमालया के चेयरमैन से आग्रह किया कि student छात्राओं को मे एक बार सेंटर फॉर एरोमेटिक रिसर्च सेलाकुई भ्रमण कराया जाए. इससे student छात्राओं को वहां की जा रही शोध के विषय में जानने का अवसर प्रदान होगा. उन्होंने कहा कि Prime Minister Narendra Modi के कुशल मार्गदर्शन और Chief Minister पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में देश एवं प्रदेश हर क्षेत्र में सफलता के नए आयाम छू रहा है. केंद्र तथा प्रदेश सरकार सभी क्षेत्रों में शोध को बढ़ावा देने का हरसंभव प्रयास कर रही है
इस दौरान मंत्री जोशी ने कार्यक्रम में विभिन्न प्रतियोगिताओं के प्रतिभाग करने वाले विभिन्न शिक्षण संस्थानों के student छात्राओं को पुरस्कार भी वितरित किया.
इस अवसर पर चेयरमैन डॉ. एस फारुख, डॉ. हिम्मत सिंह, डॉ.आई.पी. सक्सेना, डॉ.अरुणिमा नायक, डॉ.अरुण के. त्रिपाठी, डॉ.कुलदीप राय, डॉ. आई.पी.पाण्डे सहित student छात्राएं उपस्थित थे
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