CM पुष्कर सिंह धामी ने सिल्क्यारा Tunnel से 41 कामगारों को निकालने के बाद अपने पिटारे से 11 नए दायित्वधारियों के नाम निकाल के उन्हें लोकसभा चुनाव में झोंकने की तैयारी की है। इस नई सूची में पहले दस्ते की तरह दूसरे दस्ते में शामिल नामों के साथ ही मंत्री का दर्जा नहीं है। अगली सूची में और भी दयित्वधारियों के नाम शामिल हो सकते हैं। विश्वास डावर, देवेन्द्र भसीन, और विनोद उनियाल को छोड़कर आज की सूची में अधिक नए चेहरे शामिल नहीं हैं।
चंडी प्रसाद भट्ट-विनय रोहिला-श्यामवीर सैनी-राजकुमार-दीपक मेहरा-उत्तम दत्ता-दिनेश आर्य-गणेश भंडारी भी दयित्वधारी बन गए हैं.इन दायित्वों के बांटे जाने का इन्तजार BJP के मजबूत युवा और पुराने चेहरे बेसब्री से महीनों से कर रहे थे.ये कहा जा सकता है कि उनको थोडा सब्र अभी करना होगा.थोड़ा इन्तजार करना होगा.
मुख्यमंत्री ने आला कमान से मंजूरी लेने के बाद दायित्वों की सूची जारी की है.आला कमान में PM नरेंद्र मोदी-HM अमित शाह और पार्टी प्रमुख जगत प्रसाद नड्डा से वह ऐसी सूची जारी करने से पहले मंत्रणा करते हैं और उनकी मंजूरी प्राप्त करते हैं.इसका फायदा ये होता है कि सूची और उसमें शामिल नामों को ले के कोई ऐतराज आता है तो उसकी चुगली या शिकायत ऊपर होने का खतरा सिफर हो जाता है.
दायित्वधारियों की दूसरी सूची में भी अपना नाम न पा के कई BJP वाले कुछ मायूस जरूर हुए होंगे.युवा और बड़े नाम वाले कई चेहरे लम्बे समय से CM की Good Books में बने रहने की कोशिश कर रहे थे.उनकी उम्मीदों का घड़ा हालांकि आज फूट गया लेकिन उनकी संभावनाओं के रास्ते अभी बंद नहीं हुए हैं.
मंत्री का समकक्ष ओहदा इस बार भी किसी को नहीं दिया गया है.पहले दौर में बनाए गए दायित्वधारियों को अभी तक मंत्री पद के दर्जे का इन्तजार है.मंत्री के दर्जे के बिना किसी भी दायित्वधारी के लिए सचिवों और अन्य अफसरों को अपने दफ्तर में बुलाना या उनके साथ बैठक करना कठिन होगा.
मंत्री वाली सुविधाएं भी उनको नहीं मुहैया होंगी.अलबत्ता,इन सभी दायित्व धारियों को लोकसभा चुनाव में जबरदस्त ढंग से काम करने का फरमान जल्दी मिल जाएगा.सरकारी घोड़ा-गाड़ी उनको मिल जाएंगी.इससे उनको और BJP को पार्टी काम करने में खासी सहूलियत मिल जाएगी.
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