देहरादून: उत्तराखंड में शैक्षणिक क्षेत्र में निवेश नीति के तहत, नए स्कूलों को खोलने के प्रयासों का प्रयास किया जा रहा है। इस प्रक्रिया के तहत, 13 निजी स्कूलों के साथ प्री प्राइमरी से लेकर 12वीं तक के स्कूलों को शुरू करने के लिए एमओयू द्वारा हस्ताक्षर किए गए हैं। इस निवेश के माध्यम से, राज्य में हजारों लोगों को शैक्षणिक क्षेत्र में नौकरी मिलने की आशा है।
राज्य में तमाम निजी शिक्षण संस्थानों में साधन विहीन छात्रों को भी शिक्षा का लाभ मिल सके, इसके लिए ग्लोबल इन्वेस्ट समिट के जरिए निजी स्कूलों के संचालकों को भी राज्य में निवेश के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है. इसी कड़ी में सोमवार को राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा के सभागार में शिक्षा सचिव और महानिदेशक की मौजूदगी में बैठक आयोजित की गई. बैठक में निजी विद्यालयों के संचालकों किसान बातचीत के दौरान उनकी समस्याओं का समाधान किया गया. इसके अलावा बोर्डिंग और डे स्कूल अलग-अलग स्थान पर खोले जाने की भी सहमति दी गई.
राज्य में प्रतिष्ठित निजी शिक्षण संस्थाओं में दी जा रही शिक्षा की पहुँच साधनविहीन छात्रों को भी हो सके इसके लिए जागामी ग्लोबल इन्वेस्टर्स सम्मिट के दृष्टिगत निजी विद्यालयों के संचालको/प्रबन्धको को आवश्यकता वाले क्षेत्रों में राज्य सरकार की निवेश नीति के अमार्गत नये रसूल (बोर्डिंग) खोले जाने हेतु प्रेरित किया गया।
निजी विद्यालयों के प्रबच्चको संचालकों को अवगत कराया गया कि राज्य सरकार द्वारा इसके लिए भूमि बैंक बनाया गया है जिसका लाभ राज्य सरकार द्वारा निर्धारित की गयी नीति के अन्तर्गत निवेश पर मिल सकता है। इसी क्रम में दिनांक 4 दिसम्बर 2023 को निजी विद्यालयों के प्रबन्धकों/संचालकों के साथ सचिव विद्यालय शिक्षा श्री रविनाथ रामन की आध्यक्षता में राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा के सभागार में बैठक आयोजित की गयी।
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