देहरादून- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सशक्त उत्तराखंड के सपने को साकार करने का मार्ग चुना है। इस सपने की नींव अब ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से रखी जा रही है। 8 दिसम्बर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समिट का उद्घाटन होने पर, ‘सशक्त उत्तराखंड’ के सपनों को पंख मिलेंगे।
धामी सरकार ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए ढाई लाख करोड़ का लक्ष्य तय किया था. इसके लिए मुख्यमंत्री ने खुद देश के बड़े शहरों के साथ-साथ विदेशों में भी रोड शो किया. इन रोड शो में बड़े पैमाने पर निवेश को लेकर करार हुए. अब तक तीन लाख करोड़ से अधिक के एमओयू हो चुके हैं. 8 और नौ दिसम्बर को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में इन्हीं एमओयू के जरिये प्रदेश के विकास को रफ्तार दी जाएगी.
जीडीपी में होगा इजाफा, रोजगार को मिलेगा बढ़ावा
धामी सरकार ने उत्तराखंड में निवेश के अनुकूल माहौल बनाने के लिए सुविधाजनक नीति बनाईं हैं. साथ ही उद्यमियों को उद्योग स्थापित करने के लिए चक्कर न लगाने पड़ें, इसके लिए सिंगल विंडो सिस्टम तैयार किया है. धामी सरकार का उत्तराखंड में पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र में बड़े निवेश से राज्य की जीडीपी बढ़ाने के साथ ही रोजगार के नये अवसर खोलने का संकल्प है. सरकार का मानना है कि पर्यटन सेक्टर में निवेश बढ़ेगा तो इससे सेवा क्षेत्र का विस्तार होगा जो राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती देने में मददगार साबित होगा. इसलिए धामी सरकार की सेवा क्षेत्र में निवेश को प्राथमिकता है, कारण राज्य की आर्थिक विकास दर में सेवा क्षेत्र का 40 से 50 फीसद योगदान है. इसके अलावा उत्तराखंड को विनिर्माण और फार्मा सेक्टर का हब बनाने पर भी जोर है.
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