मंसूरी। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने हाल ही में जॉर्ज एवरेस्ट पहुंचकर वहां की व्यवस्थाओं की समीक्षा की और पर्यटकों के लिए उपलब्ध सुविधाओं का मूल्यांकन किया। उन्होंने भारत के एकमात्र कैटोग्राफिक म्यूजियम का भी निरीक्षण किया और जॉर्ज एवरेस्ट क्षेत्र के सौंदर्यीकरण को लेकर अधिकारियों से चर्चा की। उन्होंने इस दौरान जॉर्ज एवरेस्ट क्षेत्र आने वाले पर्यटकों से भी मुलाकात की और यहां उपलब्ध सुविधाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि भारत का एकमात्र कैटोग्राफीक म्यूजियम और जॉर्ज एवरेस्ट क्षेत्र का सौंदर्यकरण 23 करोड़ 52 लाख रुपए की लागत से किया गया है और यहां पर आने वाले पर्यटकों को पूरी सुविधाएं दी जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राधानाथ सिक्धर और नैन सिंह रावत द्वारा माउंट एवरेस्ट को नापा गया और सर जॉर्ज एवरेस्ट सर्वेयर जनरल आफ इंडिया की देखरेख में पूरा कार्य किया गया उन्होंने कहा कि यहां आने वाले बच्चों को यहां से बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। उन्होंने कहा कि यहां आने वाले पर्यटकों को एयर सफारी के द्वारा हिमालय क्षेत्र का दर्शन कराया जा रहा है और यह पर्यटन के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा।
उन्होंने कहा की इस म्यूजियम में पंडित नैन सिंह रावत और राधानाथ सिक्धर की उपलब्धियों को दर्शाया गया है जो की आज की युवा पीढ़ी के ज्ञानवर्धन मे सहायक सिद्ध होगा कहा की हाल मे देहरादून अयोजित की ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में भी जॉर्ज एवरेस्ट के बारे में जानकारी दी गई। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा की मसूरी मे अयोजित होने वाले विंटरलाइन कार्निवल की तैयारियां चल रही है और शीघ्र ही पर्यटन विभाग जॉर्ज एवरेस्ट के सौंदर्यकरण में सहयोग करने वालो का सम्मान करेगा। उन्होंने बताया की जॉर्ज एवरेस्ट तक पहुंचने के लिए इलेक्ट्री व गोल्फ कार चलाने के लिए विचार किया जा रहा है जिससे यह आने वाले पर्यटकों को सुविधा हो सके।
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