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बीकेटीसी की ओर से जोशीमठ में शुरू हुई श्रीमद देवीभागवत कथा यज्ञ का हुआ जलकलश यात्रा एवं यज्ञ- हवन के साथ समापन

बीकेटीसी

जोशीमठ 18अप्रैल। नवसंवत्सर एवं चैत्र नवरात्रि के अवसर पर बीकेटीसी की ओर श्री नृसिंह मंदिर परिसर में चल रही नौ दिवसीय श्रीमद् देवी भागवत कथा ज्ञानयज्ञ का आज विष्णु प्रयाग में पूजा-अर्चना के बाद जलकलश यात्रा तथा हवन- यज्ञ के पश्चात आज गुरुवार को समापन हो गया है। समापन के पश्चात प्रसाद वितरित किया गया।

इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुजन तथा मंदिर कर्मचारी अधिकारी एवं स्थानीय लोग मौजूद रहे।

श्रीमद देवीभागवत कथा व्यास बदरीनाथ धाम के धर्माधिकारी आचार्य राधाकृष्ण थपलियाल के साथ महिलाये-पुरुष जल कलश हेतु आज श्री नृसिंह मंदिर प्रांगण से विष्णुप्रयाग पहुंचे वहां से जलकलश यात्रा श्री नृसिंह मंदिर परिसर पहुंची।
कथा के समापन अवसर पर कथा व्यास आचार्य थपलियाल ने भक्तों को मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की नौ दिन तक चली कथा का सार, महात्म्य एवं महिमा सुनायी। एवं नव दुर्गा की पूजा विधि के अलावा कथा से जनकल्याण का वर्णन किया।

बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि चैत्र नवरात्रि के प्रथम दिन शुरू हुई श्रीमद देवीभागवत कथा का आज जलकलश यात्रा तथा नव दुर्गा मंदिर में पूजन अर्चना के बाद दोपहर श्री नरसिंह मंदिर परिसर में श्रीमद देवीभागवत कथा का समापन हो गया है।

इस अवसर पर वेदपाठी रविंद्र भट्ट, पुजारी सुशील डिमरी राम प्रसाद थपलियाल सहित आचार्यगणों ने पूजा- अर्चना संपन्न की। कथा के दौरान मुख्य प्रशासनिक अधिकारी गिरीश चौहान, मंदिर अधिकारी राजेंद्र चौहान, पश्वा भोला सिंह लामण,गोविंद भट्ट,विशंभर पंवार,हितेश सती,त्रिलोक सिह पंवार, महिला मंगल दल के पदाधिकारी सहित वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी विजेंद्र बिष्ट, प्रशासनिक अधिकारी कुलदीप भट्ट प्रशासनिक अधिकारी विवेक थपलियाल नृसिंह मंदिर प्रभारी संदीप कपरवाण, जगमोहन बर्त्वाल, संतोष तिवारी,प्रबंधक भूपेंद्र राणा, पुजारी हनुमान प्रसाद डिमरी,प्रबंधक अजय सती, अनसुया नौटियाल, विकास सनवाल सहित श्रद्धालुजन मौजूद रहे।

•प्रेषक मीडिया प्रभारी बीकेटीसी

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