हरेला की धूम
वन विभाग तथा स्वयंसेवी संगठन द्वारा संयुक्त रूप से धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ हरेला पर्व मनाया गया। इस मौके पर विभागीय कार्यालय परिसर के भीतर भारी संख्या में फलदार पौधे रौपे गए।
कालागढ टाइगर रिजर्व तथा स्वयंसेवी संगठन वाइल्ड लाइफ वेल्फेयर फाऊंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में ग्रामीणों ने धूमधाम से हरेला पर्व मनाया। इस अवसर पर सोना नदी रेंज कार्यालय परिसर में आम, लीची, आड़ू नींबू, नाशपात्ती तथा अंजीर सहित अनेक प्रकार के फलदार और औषधीय पौधे रौपकर हरेला का शुभारंभ किया गया। इसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रमों सहित विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। वहीं समारोह को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने शुद्ध जलवायु तथा प्राकृतिक संतुलन के लिए पेड-पौधों के महत्व पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला। इसके अलावा मानव-जीवन के लिए पौधारोपण किए जाने सहित पेड-पौधों के रख-रखाव तथा इन्हें संरक्षित करने पर बल देते हुए कहा कि वनों के दोहन से उत्पन्न दुष्परिणामों का मानव- जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। इस मौके पर उपस्थित अधिकारियों, कर्मचारियों तथा ग्रामीणों ने पौधों के रख-रखाव का संकल्प लिया। आरओ विकास रावत, वन दरोगा ज्ञानचंद, मोहन सिंह, वन रक्षक चन्द्रमोहन, दिनेश चंद, भारत नेगी, ग्राम प्रधान गुणवंत सिंह, वाइल्डलाइफ वेल्फेयर फाऊंडेशन के महासचिव होशियार सिंह सिसौदिया, नवनीत अग्रवाल, चेतराम तथा पवन कुमार ने विचार व्यक्त किए।
देवभूमि कालेज में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया हरेला पर्व
देवभूमि कालेज आफ एजुकेशन में शुक्रवार को बड़े हर्षोल्लास के साथ कुमाऊंनी लोकपर्व हरेला पर्व मनाया गया। प्राचार्य डा. दिशा थपलियाल की अध्यक्षता मैं हुए कार्यक्रम में बीएड के द्वितीय एवं चतुर्थ सेमेस्टर के विद्यार्थियों ने विभिन्न सांस्कृतिक एवं लोकपर्व हरेला से जुड़े कार्यक्रम प्रस्तुत किए। कुमाऊंनी संस्कृति में हरेला पर्व के महत्व को बताया गया। जिसे छात्रों ने एक सुंदर झांकी के माध्यम से दर्शाया। झांकी के माध्यम से विद्यार्थियों ने बताया कि किस प्रकार लोकपर्व हरेला उत्सव हमारे समाज मे मनाया जाता है। चतुर्थ सेमेस्टर के छात्र प्राध्यापक पंकज ने हरेला पर्व पर प्राकृतिक संरक्षण तथा इससे जुड़े सरकारी प्रयासों से सभी को जानकारी दी। चतुर्थ सेमेस्टर की छात्र व प्राध्यापिकाओं ने ” जी रया, जागी रया, फूल जसा खिली रया” लोकगीत को गाकर समस्त जनमानस की लंबी आयु की कामना की। इसके अतिरिक्त विद्यार्थियों ने कुमाऊंनी संस्कृति को उजागर करते हुए उत्तराखंड की सांस्कृतिक पहचान रंगयाली, पिछोड़ि पहनकर अपनी संस्कृति के संरक्षण एवं हमारे समस्त सांस्कृतिक त्योहारों को न भूलते हुए सदैव अपनी संस्कृति से जुड़े रहने का संदेश दिया। प्राचार्य डा. विशाल परिवार द्वारा सभी को पर्व की बधाई देते हुए पर्यावरण संरक्षण के सुझाव दिए गए तथा “एक पौधा एक छात्र” के विचार का आह्वान किया गया। उनके द्वारा बताया गया कि हरेला में केवल पेड़ लगाकर फोटो खींचने की अपेक्षा रोपित किए गए पौधों का संरक्षण किया जाना अति आवश्यक है। कार्यक्रम में सहायक प्रवक्ता अंकिता भट्ट तथा हरिओम सिंह मौजूद रहे।
बीजेपी के प्रदेश कार्यालय में मनाया गया हरेला पर्व, उत्तराखंड बीजेपी नेताओं ने किया पौधारोपण
देश भर में विभिन्न राज्य सरकारों के द्वारा बड़े स्तर पर पौधारोपण का कार्यक्रम चलाकर पर्यावरण को हरा-भरा बनाने का प्रयास किया जा रहा है. इसी कड़ी में रविवार को राजधानी दिल्ली में बीजेपी के प्रदेश कार्यालय के अंदर उत्तराखंड प्रकोष्ठ के द्वारा हरेला उत्सव का बड़े स्तर पर आयोजन किया गया. इस अवसर पर उत्तराखंड से राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की उपस्थिति में हरेला महोत्सव को हर्षोल्लास और उत्साह के साथ मनाकर पौधारोपण भी किया गया.
कार्यक्रम में लोगों को हरेला पर्व की बधाई देते हुए राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने कहा कि उत्तराखंड में इस पर्व पर राज्य सरकार ने अवकाश का ऐलान किया है, जो भाजपा सरकार का उत्तराखंडवासियों की संस्कृति के प्रति लगाव का प्रमाण है.
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