डॉक्टर के अनुसार इस प्रदूषण में सांस लेने पर ये सभी हानिकारक कण और गैस श्वास नलिकाओं के माध्यम से फेफड़ों में गहराई तक पहुंच जाते हैं.
पिछले 15 दिनों में दिल्ली-एनसीआर का प्रदूषण अपने खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है. वायु प्रदूषण का सेहत पर सबसे ज्यादा असर पड़ता है.
प्रदूषण का श्वसन तंत्र पर असर
डॉक्टर के अनुसार, इस प्रदूषण में सांस लेने पर ये सभी हानिकारक कण और गैस श्वास नलिकाओं के माध्यम से फेफड़ों में गहराई
खतरनाक है PM2.5
2015 में की गई चीन की एक स्टडी के मुताबिक, PM2.5 सांद्रता में प्रत्येक 10 माइक्रोग्राम की वृद्धि मरीजों की मौत से जुड़ी होती है.