उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने राज्य की जनता को संबोधित किया
उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने राज्य की जनता को संबोधित किया
उन्होंने जनता को कोरोना संक्रमण के दौरान सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों और आगामी योजनाओं की जानकारी दी।
कोरोना संक्रमितों के उपचार के लिए एम्बुलेंस, ऑक्सीजन और दवाई जैसी मूलभूत आवश्यकताओं को समय से पूरा किया जा रहा
देहरादून। उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने आज राज्य की जनता को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने जनता को कोरोना संक्रमण के दौरान सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों और आगामी योजनाओं की जानकारी दी।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि आज हमारा देश कोरोना महामारी से जंग लड़ रहा है। इससे हमारा राज्य भी अछूता नहीं है। आप सभी जिस तरह से इस महामारी का डटकर मुकाबला कर रहे हैं, वह अवश्य ही कोविड की जंग जीतने में हमारी मदद करेगा।
उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र सरकार भी कोविड-19 से लड़ने के लिए हमें भरपूर सहयोग कर रही है। माननीय गृहमंत्री श्री अमित शाह जी और माननीय स्वास्थ्य मंत्री श्री हर्षवर्धन जी से भी लगातार बात हो रही है। सभी कोरोना के खिलाफ इस मुहिम में हमारा शत-प्रतिशत सहयोग कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार भी कोविड के उपचार और रोकथाम के लिए आवश्यक दवाओं, उपकरणों और अन्य सुविधाएं बेहतर करने की दिशा में पूरी ताकत के साथ कार्य कर रही है। अधिकारियों को राज्य में कोरोना संक्रमितों की मदद सुनिश्चित करने और नियमित रूप से सैनिटाइजेशन और साफ-सफाई का ध्यान देने के निर्देश दिए हैं। कोरोना संक्रमितों के उपचार के लिए एम्बुलेंस, ऑक्सीजन और दवाई जैसी मूलभूत आवश्यकताओं को समय से पूरा किया जा रहा है। इसी क्रम में 29 अप्रैल को 108 सेवा में 132 अतिरिक्त एम्बुलेंस वाहनों को प्रदेश के सभी 13 जनपदों में भेजा गया है। इनमें छत्तीस (36) एडवांस लाइफ सपोर्ट और छियानवे (96) बेसिक लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस हैं।
मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि कोरोना संक्रमण के लक्षण महसूस होने पर किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतें, तत्काल जांच केंद्र पर जाकर जांच कराएं। इसे छिपाएं नहीं, क्योंकि आपकी जरा सी सावधानी की वजह से अन्य कोई व्यक्ति संक्रमण से बच सकता है। यदि आप कोरोना से संक्रमित हैं तो घबराएं नहीं, समझदारी और संयम के साथ चिकित्सक द्वारा बताई गई दवाओं और गाइडलाइन का पालन करें। साथ ही अनावश्यक बाहर न निकलें और अपने आस-पास स्वच्छता बनाए रखें।
उन्होंने कहा कि कोरोना संबंधित किसी भी जानकारी के लिए हमारी सरकार ने टोल फ्री नंबर और व्हाट्सएप नंबर उपलब्ध कराए हैं। आप सीधे उन नंबरों पर संपर्क कर चिकित्सकों से परामर्श ले सकते हैं। सरकारी और निजी अस्पतालों को कोरोना उपचार के लिए उपकरणों अन्य जरूरी दवाइयों, और ऑक्सीजन की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जा रही है। राज्य सरकार ने गत 27 अप्रैल को अहमदाबाद से 7500 रेमडिसिविर इंजेक्शन मंगवाए थे और अभी 2 दिन पहले पुनः एक 2000 इंजेक्शन कि खेप प्रदेश को मिल चुकी है।
राज्य सरकार ने विधानसभा के सभी सदस्यों को उनकी विधायक निधि से 1 करोड़ रुपए तक के कोविड कार्यों को करवाने की स्वीकृति दी है। उन्होंने सभी विधायकों से अपेक्षा की है कि वे तत्काल अपने-अपने क्षेत्रों में कोविड की रोकथाम के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे और विशेषकर सूदूरवर्ती इलाकों में रह रहे लोगों को पूर्ण सहयोग देंगे।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने प्रदेशवासियों से भी आग्रह किया है कि इस विपत्ति काल में हमारी सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध सुरक्षाकर्मियों, चिकित्साकर्मियों, सफाईकर्मियों और पुलिस बल का सम्मान करें और लोगों की यथासंभव मदद करने का संकल्प लें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं लगातार शासन के उच्च अधिकारियों से बात कर रहा हूं और प्रदेश के 13 जिलों के समस्त जनप्रतिनिधियो और अधिकारियों से लगातार संपर्क में हूं। उन्होंने कहा कि वे स्वयं जाकर कोविड अस्पतालों का दौरा कर रहे हैं और जमीनी स्थिति का जायजा ले रहे हैं।
उन्होंने कहा कि माo प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में प्रदेश में 45 वर्ष से अधिक उम्र वाले नागरिकों को कोरोना की वैक्सीन निशुल्क उपलब्ध कराई जा रही है, मेरा आपसे निवेदन है कि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए आप सब वैक्सीन अवश्य लगाएं। मेरी सरकार ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है कि 18 से 45 वर्ष की आयु के सभी भाइयो-बहनों का निःशुल्क टीकाकरण होगा।
मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि हमने पर्यटकों के लिए चारधाम यात्रा को अग्रिम आदेश तक स्थगित कर दिया है। देवभूमि के चारों धामों के कपाट निश्चित तिथि को पूरे विधि-विधान के साथ खोले जाएंगे और केवल पुजारी और तीर्थपुरोहित ही मंदिरों में रहकर भगवान की नियमित रूप से आराधना करेंगे। उन्होंने कहा कि मैं आप सभी को यह विश्वास दिलाना चाहता हूं कि प्रदेश सरकार आपकी हर संभव सहायता करने के लिए प्रतिबद्ध है और रहेगी।
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