भारी बारिश के बाद 250 से ज्यादा सड़कें बंद, CM ने बुलाई समीक्षा बैठक
भारी बारिश के बाद 250 से ज्यादा सड़कें बंद, CM ने बुलाई समीक्षा बैठक
उत्तराखंड (Uttarakhand) के उत्तरकाशी और टिहरी (Cloudburst) में बादल फटने की घटनाओं और राज्य के ज्यादातर इलाकों में हो रही भारी बारिश के मद्देनज़र सीएम पुष्कर धामी (CM Pushkar Singh Dhami) ने मंगलवार दोपहर 2 बजे समीक्षा बैठक बुलाई है. उत्तराखंड के ज्यादातर जिलों में बीते 3 दिनों से भारी बारिश हो रही है जिसके चलते नदियां उफान पर हैं और लैंडस्लाइड के चलते करीब 250 सड़कें बंद हो गई हैं. सड़कों के बंद हो जाने से राहत कार्य में भी काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
मिली जानकरी के मुतबिक सीएम धामी ने राज्य के सीनियर अधिकारियों के साथ आज 12 बजे एक अहम बैठक बुलाई है. इस बैठक में राज्य में बारिश और बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की जाएगी और राहत-बचाव कार्यों के लिए योजन भी तैयार की जाएगी. ये मीटिंग वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए होगी. इस बारिश और बाढ़ ने राज्य में हो रहे 80 पुलों के निर्माण कार्य को भी रोक दिया है. इसके अलावा तीन नेशनल हाइवे समेत कुल 250 से ज्यादा ऐसी सड़कें हैं जो पूरी तरह या आंशिक रूप से बंद हो गई हैं.
सड़कों के बंद होने से ठहरा उत्तराखंड
रविवार देर रात से शुरू हुई तेज बारिश के बाद प्रदेश में सात राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गए थे. इनमें से चार को खोल दिया गया है जबकि 3 अभी भी ऐसे हैं जहां लैंडस्लाइड होने से ट्रैफिक नहीं चल पा रहा है. सोमवार को एक वक़्त प्रदेश में 315 सड़कें मलबा गिरने से बंद हो गई थी लेकिन इनमें से करीब 65 को खल दिया गया है. सोमवार शाम पांच बजे तक जारी बुलेटिन के अनुसार उत्तरकाशी में ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग-108 गंगोत्री तक यातायात के लिए खुला है, जबकि ऋषिकेश-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग-94 खदारी में मलबा आने से अवरुद्ध है. इसके अलावा उत्तरकाशी-लंबगांव-श्रीनगर मोटर मार्ग साड़ा के पास पुल क्षतिग्रस्त होने से ट्रैफिक रुका हुआ है.
सड़कों को खोलने के काम में लगाई गई हैं 374 जेसीबी
ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग-58 सीरोबगड़ व नरकोटा में मलबा आने से बंद हो गया है जबकि देहरादून में दो स्टेट हाईवे सहित कुल 20 सड़कें बंद हैं. चमोली में कुल 39 सड़कें और पौड़ी में एक स्टेट हाईवे सहित कुल 19 सड़कें बंद हैं. अल्मोड़ा में दो, बागेश्वर में पांच, नैनीताल में छह, चंपावत में चार और पिथौरागढ़ में कुल 15 सड़कें मलबा आने के कारण बाधित हैं. लोनिवि के प्रमुख अभियंता हरिओम शर्मा ने बताया कि सड़कों को खोलने का काम प्राथमिकता के आधार पर किया जा रहा है. इस काम में प्रदेशभर में 374 जेसीबी तैनात की गई हैं.
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