भगवान बदरीनाथ ने माता मूर्ति के साथ मिलकर बंद किए धाम के कपाट

बदरीनाथ।

बामन द्वादशी के पावन पर्व पर मंगलवार को भगवान बदरीनाथ अपनी माता मूर्ति से मिलने माणा गांव पहुंचे। बदरीनाथ की उत्सव डोली ने दिनभर माता मूर्ति के सानिध्य में विशेष रूप से बिताया। इस दौरान धाम के कपाट पांच घंटे के लिए बंद रहे, जिससे भगवान बदरीनाथ के दर्शन करने का अवसर बाधित हो गया। लगभग 5000 तीर्थयात्री ने माता मूर्ति और बदरीनाथ के दर्शन किए।

मंगलवार को, धार्मिक परंपराओं के अनुसार, पूजा और अभिषेक के बाद, भगवान बदरीनाथ के प्रतिनिधि के रूप में उद्धव की उत्सव डोली का आगमन हुआ। इस विशेष अवसर पर आर्मी बैंड के संगीत के साथ, बदरीनाथ मंदिर से उद्धव की प्रतिमा डोली में सवार थी, और यहां पहुंचने पर उनका भव्य स्वागत किया गया।

उसके बाद, रावल (मुख्य पुजारी) ईश्वर प्रसाद नंबूदरी, धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के उपाध्यक्ष किशोर पंवार, और विभिन्न साधु-संत दिनभर माता मूर्ति मंदिर के प्रति अपना समर्पण दिखाने पहुंचे।

बादरीनाथ मंदिर के प्रतिनिधि के रूप में उद्धव की उत्सव डोली ने तीन किलोमीटर तक पैदल यात्रा की और दोपहर 12 बजे बदरीनाथ के मंदिर पहुंची। यहां माणा गांव के भोटिया जनजाति के ग्रामीणों ने उद्धव की डोली को जौ की हरियाली द्वारा आतिथ्य किया।

उसके बाद, माता मूर्ति और बदरीनाथ के दर्शन करने के बाद, दोपहर को भोग भी बदरीनाथ मंदिर में लगाया गया। अपराह्न में, उत्सव डोली ने फिर से बदरीनाथ के प्रतिनिधि के रूप में उद्धव को माणा गांव के लिए ले जाने की यात्रा की। इसके बाद, बदरीनाथ मंदिर के कपाट पुनः श्रद्धालुओं के लिए खुल गए।

यह पावन पर्व बदरीनाथ में आयोजित होने वाले अनेक धार्मिक और पारंपरिक आयोजनों के अंतर्गत मनाया गया है और स्थानीय जनता ने इसे धर्मिक और आध्यात्मिक महत्व के साथ मनाया।

आज भी माता को दिए वचन का निर्वहन कर रहे बदरीनाथ

गोपेश्वर। माता मूर्ति मंदिर नारायण पर्वत की तलहटी और अलकनंदा के किनारे स्थित है। मान्यता है कि आदिकाल में भगवान बदरीनाथ जब बदरीकाश्रम क्षेत्र में तपस्यारत थे तो अपने पुत्र को मिलने के लिए माता मूर्ति और पिता धर्म भी बदरीनाथ धाम पहुंचे। तब भगवान बदरीनाथ ने प्रतिवर्ष बामन द्वादशी पर्व पर माता मूर्ति से मिलने के लिए पहुंचने का वचन दिया था। आज भी भगवान बदरीनाथ माता को दिए वचन का निर्वहन करते आ रहे हैं। धाम में नारायण पर्वत की तलहटी को माता मूर्ति तो भीम पुल से बसुधारा तक के क्षेत्र को धर्मक्षेत्र कहा जाता है। संवाद

दो दिवसीय बदरीश पंचायत महोत्सव शुरू

बदरीनाथ। नगर पंचायत बदरीनाथ की ओर से आयोजित दो दिवसीय बदरीश पंचायत महोत्सव का विधिवत शुभारंभ हुआ। महोत्सव में पहले दिन सेकेंड एडिशन एमपीवी माणा पास चैलेंज अभियान के तहत देवताल से माणा पास (52 किमी) साइकिल रैली का शुभारंभ हुआ। श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के उपाध्यक्ष किशोर पंवार ने रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। करीब 18 हजार फीट की ऊंचाई पर होने वाली इस साइकिल रैली में 15 स्थानीय प्रतिभागी शामिल हो रहे हैं। नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी सुनील पुरोहित ने बताया कि महोत्सव में गढ़रत्न लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी की भजन संध्या होगी।

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