रुड़की।नगर व आसपास के ग्रामीण इलाकों में रमजान उल मुबारक के पहले दूसरे जुमा की नमाज बड़ी अकीदत के साथ अदा की गई।

रूङकी प्रभारी मौ मुकर्रम मलिक
सह सम्पादक अमित मंगोलिया

रूङकी नगर व आसपास के ग्रामीण इलाकों में रमजान उल मुबारक के पहले दूसरे जुमा की नमाज बङी अकीदत के साथ अदा की गई प्रमुख जामा मस्जिद के अलावा सिविल लाइन मस्जिद, आईआईटी स्थित मस्जिद,सफ़र मैना मस्जिद,मस्जिद बिलाल मरकज वाली मस्जिद,मोती मस्जिद,कानूनगोयान वाली मस्जिद,मस्जिद लोहारान,साबिर मस्जिद,मोती मस्जिद,शेख बेंचा मस्जिद,आयशा मस्जिद,नूर मस्जिद,मस्जिद हुसैनिया,उमर बिनखत्ताब मस्जिद,मस्जिद-ए- हव्वा,मस्जिद अबूबकर,मक्का मस्जिद,नमरा मस्जिद,कब्रस्तान वाली मस्जिद,मदरसा मखदूम बख्श वाली मस्जिद,झोजो वाली मस्जिद,सिद्दीकी मस्जिद,मस्जिद रशीदिया,मदीना मस्जिद,बंधा रोड वाली मस्जिद,रहीमिया मस्जिद,गफूरिया मस्जिद के अलावा आजाद नगर शेखपुरी,कचहरी,गुलाब नगर, मदरसा मिस्बाह उल उलूम, मदरसा इरफान-उल-उलूम स्थित मस्जिदों में बड़ी संख्या में रोजेदारों ने जुमे की नमाज अदा की।जुमे की नमाज के बाद सभी ने देश व प्रदेश की खुशहाली तथा अमन चैन व शांति के साथ ही कौम की तरक्की की भी दुआऐं मांगी।जामा मस्जिद में जुमे की नमाज से पहले अपने बयान में मौलाना मजहरूल हक ने रमजान उल मुबारक की विशेषता पर प्रकाश डाला तथा कहा कि रोजा हर बालिक मर्द औरत पर फर्ज है।उन्होंने रमजान के पवित्र महीने के जुमे के नमाज की विशेषता भी बताई।मुफ्ती मोहम्मद सलीम ने बयान करते हुए कहा कि रोजा इंसान को तमाम बुराइयों से बचाता है अगर इंसान सिर्फ अपनी कमियां देख कर उन्हें दूर करने की कोशिश करे तो दुनिया से बुराइयां खुद-ब-खुद खत्म हो जाएंगी। सिविल लाइन मस्जिद के कारी जावेद आलम ने अपने खुतबे में कहा कि रमजान माह में हमें रोजा,नमाज़ और दूसरी इबादतों के साथ ही गरीब व मिसकिनों भी दिल खोलकर मदद करनी चाहिए।फितरा-जकात आदि ईद की नमाज से पहले पहले अदा कर देना चाहिए।उन्होंने बताया कि इस बार फितरे की रकम मौजूदा रेट के हिसाब से 35 रुपए के करीब बनती है।कारी शमीम अहमद ने कहा कि रमजान में रोजेदार अल्लाह के नजदीक आने की कोशिश में भूख-प्यास समेत अपनी तमाम इच्छाओं को रोक देता है,इस बदले में अल्लाह अपने रोजेदार बंदे के बेहद करीब आकर उसे अपनी रहमतों और बरकतों से नवाजता है।जामा मस्जिद में जुमे की नमाज कारी कलीमुद्दीन साहब ने अदा कराई।इन के अलावा मदरसा इरफान उल उलूम के मौलाना नसीम अहमद कासमी,कारी मोहम्मद कारी नफीस अहमद,कारी जाकिर हुसैन,कारी मजहर हुसैन,मौलाना मोहम्मद यूसुफ, कारी सरफराज,हाफिज अशरफ हुसैन,कारी जावेद आलम,कारी मुसर्रत अली आदि ने भी रमजान की महत्ता पर प्रकाश डाला।इस अवसर पर विधायक हाजी फुरकान अहमद,मुनव्वर हुसैन, जावेद अख्तर एड.,अफजल मंगलौरी,शेख अहमद जमां,डॉक्टर इरशाद मसूद,हाजी मोहम्मद सलीम खान,हाजी लुकमान उर्फ चुन्नू भाई,डॉक्टर नैयर आजम काजमी,हाजी महबूब कुरैशी,डा.मोहम्मद मतीन,सैयद नफीस उल हसन,अलीम सिद्दीकी,रियाज कुरैशी,मोहम्मद शाहिद खान, कुंवर जावेद इकबाल,शहर काजी अमीर अहमद,हाजी शहजाद अंसारी,सलमान फरीदी,कलीम खान,सालिम पार्षद व मोहम्मद इस्तेखार,अब्दुल वाहिद खान, फरमान मलिक,आमिर मिर्ज़ा, शाकिर अली,मोहम्मद असलम कुरैशी,मुरसलीन गौड आदि मौजूद रहे।

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