एक कैबिनेट मंत्री और 4 विधायक होंगे आप पार्टी में शामिल,जल्द होगा नामों का खुलाशा – दिनेश मोहनिया,आप प्रदेश प्रभारी
एक कैबिनेट मंत्री और 4 विधायक होंगे आप पार्टी में शामिल,जल्द होगा नामों का खुलाशा – दिनेश मोहनिया,आप प्रदेश प्रभारी
प्रदेश में जल्द दिखेगा राजनीतिक बदलाव,एक कैबिनेट मंत्री और 4 विधायक जल्द लेंगे आप की सदस्यता – दिनेश मोहनिया,आप प्रदेश प्रभारी
अपनी राजनीतिक पारी पूरी खेल चुके हैं हरीश रावत,अब ले लें ग्रेसफुल एक्सिट – दिनेश मोहनिया,आप प्रदेश प्रभारी
आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी दिनेश मोहनिया ने एक प्रेस बयान जारी करते हुए कहा कि ,आने वाले कुछ महीनों में प्रदेश की सियासत में बहुत बडा बदलाव देखने को मिलेगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार के एक कैबिनेट मंत्री और अन्य 4 विधायक आप पार्टी के संपर्क में हैं। उन सभी से पार्टी स्तर पर पूरी बातचीत हो चुकी है। वे सभी जल्द ही विधानसभा की सदस्यता को छोडकर आम आदमी पार्टी का दामन थामेंगे। उन्होंने बताया कि जल्द ही समय आने पर उन नामों का खुलासा भी हो जाएगा।
आप प्रभारी ने प्रदेश की जनता से आहवाहन करते हुए कहा कि, इस प्रदेश में राजनीतिक बदलाव की जरुरत है,इसलिए जो लोग प्रदेश में बदलाव चाहते हैं ,वो आप पार्टी से जुडकर प्रदेश में स्वस्थ राजनीतिक माहौल बनाएं। उन्होंने कहा कि, जिन सपनों को ध्यान में रखते हुए इस प्रदेश का गठन किया गया था ,वो प्रदेश 20 वर्षों में भी नहीं बन पाया है। इस प्रदेश की तकदीर यहां की जनता ही लिख सकती है ,जिन सभी का आप पार्टी तहेदिल से स्वागत करती है। आप प्रभारी ने कहा कि राज्य के एक कैबिनेट मंत्री और 4 विधायकों के साथ कई अन्य लोग भी आप पार्टी में शामिल हो सकते हैं।
वहीं आप प्रदेश प्रभारी दिनेश मोहनिया जी ने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पर तंज कसते हुए कहा कि, हरीश रावत जी अपनी राजनीतिक पारी पूरी खेल चुके हैं, इसलिए अब उन्हें इस पारी से सन्यास ले लेना चाहिए। उन्होंने कहा हर खिलाडी का रिटायरमेंट का समय तय होता है,हरीश रावत जी का रिटायरमेंट का समय आ चुका है ,इसलिए हरदा को नई पीढी के लिए अब रास्ता साफ कर देना चाहिए। उन्होंने आगे बताया कि ,लगता है कि हरीश रावत जी की मुख्यमंत्री बनने की लालसा खत्म नहीं हुई ,इसीलिए वो अपने बयानों से कांग्रेस और प्रदेश की राजनीति को असहज करते रहते हैं। उन्होंने कहा है कि अब हरीश रावत जी को ग्रेसफुल एक्सिट ले लेना चाहिए। यह उनकी निजी राय है जिसे हरीश रावत जी मानें या नहीं,ये हरीश रावत जी पर स्वंय निर्भर करता है।
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