निर्धन व मजदूर वर्ग के बच्चों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने में जुटी प्रेरणा रावत ।
निर्धन व मजदूर वर्ग के बच्चों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने में जुटी प्रेरणा रावत ।
मनोज नोडियाल
कोटद्वार । समाज की मुख्यधारा से जुड़ने के लिए शिक्षा ही एक ऐसा माध्यम है जो न केवल मूलभूत अधिकारों से रुबरु करवाती है , बल्कि समाज में शान से जीने की राह भी दिखाती है । शिक्षा के इसी उजियारे को सरकार घर – घर पहुंचाने की कोशिश तो कर रही है लेकिन उसकी कोशिशें परवान नहीं चढ़ रही है , परन्तु इसी समाज में कुछ ऐसे भी लोग है जो सरकार की इन कोशिशों को निःस्वार्थ भाव से पंख देने का काम कर रहे है । ऐसा ही कोटद्वार में शिवराजपुर निवासी प्रेरणा रावत जोड़ने के लिए प्रेरणा रावत ने अधिक बच्चों को शिक्षित कर उन्हें निर्धन परिवारों के बच्चों को को के मन में निर्धन मजदूर वर्ग मुहिम शुरू की । समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के शिक्षा से जोड़ने के लिए दृढ़ परिवारों के बच्चों को शिक्षा से शिवराजपुर कोटद्वार निवासी काम में लगी है , जो झुगी झोपड़ियों निश्चय के साथ अपने घर पर ही जोड़ने का ख्याल आया कि इन प्रेरणा गवत गरीब और निर्धन और नदियों में काम करने वाले तीन कमरों के सेट पर तीन वर्ष बच्चों का भविष्य कैसे उज्जवल परिवारों के बच्चों को शिक्षित कर परिवारों से ताल्लुक रखते है । यह पूर्व प्रेरणा संस्था के नाम पर होगा , क्योंकि गरीब और मजदूर समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का प्रेरणा रावत की मेहनत का ही फल निःशुल्क शिक्षा की व्यवस्था की वर्ग अपने परिवार के भरण पोषण ऐसा काम कर रही है , उनके प्रयास है कि कल तक दिनभर इधर – उधर शुरूआत की । स्कूल के आसपास में ही लगे रहते है और शिक्षा की की जितनी भी तारीफ करें वह कम भटकने वाले बच्चे भी अपने के निर्धन परिवारों के बच्चे बेसिक ओर उनका ध्यान नहीं जाता है । ही है । अपने सीमित संसाधनों के सुनहरे कल का सपना बुनने लगे शिक्षा के क्षेत्र में परिपक्व हो रहे ऐसे वर्ग के बच्चों को शिक्षा से बल पर प्रेरणा रावत ऐसे 50 से है । प्रेरणा रावत ने गरीब और है ।
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