चम्पावत की हसीन वादियों में हो रही फिल्म केदार की शूटिंग
चम्पावत की हसीन वादियों में हो रही फिल्म केदार की शूटिंग
चम्पावत : पहाड़ यानी दुश्वारियों की ऊंची-नीची जमीं। ये जमीं जितनी खूबसूरत, इसकी कहानी उतनी ही दर्दभरी। पहाड़ की लाचारी और सिसकती उम्मीदों को रुपहले पर्दे पर उकेरने की तैयारी है। फिल्म का नाम है ‘केदार’। इस फिल्म के जरिए पहाड़ की दुर्दशा व उससे जूझते लोगों के बारे में दर्शाया गया है। फिल्म की शूटिंग उत्तराखंड में कई लोकेशन पर की जाएगी। फिलहाल चम्पावत में फि़ल्म निर्माता ने शूटिंग के लिए 10 दिन का शेड्यूल बनाया है। ये तैयारी उस शख्स की है, जिसके रोम-रोम में माटी की खुशबू बसी है और नाम है कमल मेहता।
अपनी पहली कुमाऊंनी फिल्म चेली, छोल्यार की प्रसिद्धि के बाद चम्पावत के पोथ गांव निवासी निदेशक कमल मेहता अब वह ‘केदार’ द प्राइड आफ पहाड़ फिल्म लेकर आ रहे हैं। मेहता ने बताया कि फिल्म केदार एक आम उत्तराखंडी युवक की कहानी है जो उत्तराखंड में ही रहकर, कुछ बड़ा करने का सपना सजोता है और गरीबी से जूझकर पहाड़ों में पढ़ाई करता है मगर बदहाल मेडिकल व्यवस्था के कारण उसके पिता की जान चली जाती है। केदार का सपना बचपन से ही अंतरराष्ट्रीय बाक्सर बनने का था और साथ ही साथ पिता के नाम से उत्तराखंड में बहुत बड़ा अस्पताल खोलने का था। उसी चुनौती को लक्ष्य तक पहुंचाने के लिए केदार मेहनत करता है। मेहता ने बताया कि इस फिल्म का मुख्य उद्देश्य है उस युवा वर्ग को दिशा दिखाना है जो अपने सपनों को छोड़ कर नौकरी की तलाश में पहाड़ से पलायन करने को मजबूर हो जाते हैं और अपनी दिशा से भ्रमित हो जाते हैं।
मेहता ने बताया कि फिल्म की शूटिंग शुरू हो गई है। जो उत्तराखंड की विभिन्न स्थानों की सुंदर वादियों में इसकी शूटिंग की जा रही है। देहरादून व ऋषिकेश में शूटिंग के बाद टीम चम्पावत पहुंच गई है। जो चम्पावत की विभिन्न वादियों चाय बागान, सिलिंगटाक में शूटिंग कर उन्हें कैमरे में कैद कर रही है। फिल्म में 80 प्रतिशत से अधिक स्थानीय कलाकारों को काम दिया जा रहा है। जिससे स्थानीय प्रतिभाओं को भी रोजगार मिल सके और उनके टैलेंट को निखारा जा सके। चम्पावत के चाय बागान, सिलिंग टॉक, छिड़ापानी, मल्लाडेश्वर में शूटिंग कर चुकी है।
आठ वर्ष की उम्र में ही मुंबई चले गए थे मेहता चम्पावत के पोथ गांव के रहने वाले फिल्म निदेशक मेहता आठ साल की उम्र में मुंबई चले गए। वहीं बालीवुड में कई जगह काम किया। फिल्म गदर में कैमरा निदेशक की भूमिका निभाई। इसके बाद उन्होंने बहुचर्चित सिरियल का निर्देशन किया। अब वह अपनी फिल्म केदार के साथ लोगों के बीच में आ रहे हैं। फिल्म के मुख्य अभिनेता देवा धामी ने उनके साथ छोल्यार में काम किया था। देवा भी मूलरूप से पिथौरागढ़ के मडमानले गांव के रहने वाले हैं। वहीं फिल्म अभिनेत्री सुमन पौड़ी गढ़वाल की रहने वाली है।
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