अफवाओं पर लगेगा बिराम, क्या पार्टी का कोर कमेटी की बैठक करना भी है गुनाह
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देहरादून । उत्तराखंड में एक बड़ी खबर उड़ रही है। खबर नेतृत्व परिवर्तन की है। वैसे इस तरह की खबरें यहां हर सरकार बनने के बाद से ही उड़ने लगती हैं। त्रिवेंद्र सरकार बनने के बाद भी कई बार ऐसी खबरें उड़ीं और झूठी साबित हुईं लेकिन इस बार क्या होता है देखना है।
खबर जोरशोर से इसलिए चल रही है क्योेंकि गैरसैंण बजट सत्र को बीच में ही रोककर कोर ग्रुप की बैठक आपातकालीन बुलाई गई। इसमें केंद्रीय परिवेक्षक को भी भेज दिया गया। केंद्रीय परिवेक्षक के तौर पर छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह को भेजा गया है।
दूसरी तरफ हरक सिंह रावत के बगावत करने की खबरें पहले से ही चल रही थीं। गैरसैंण सत्र के दौरान आधी रात में हरक सिंह कुछ विधायकों को लेकर देहरादून पहुंच गए।
सूत्रों के मुताबिक पांच दिन पहले कुछ विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल से पूछा था कि अगर हम सामूहिक इस्तीफा देते हैं तो क्या प्रदेश में उपचुनाव होंगे।
उक्त सभी बातें सवाल उठाती हैं। समीकरणों पर चर्चा करने के लिए विवश करती हैं और इसीलिए चर्चाओं का बाजार गर्म है।
नेतृत्व परिवर्तन की हवा जोर से चल रही है। नाम उड़ रहे हैं। हवा में सबसे ऊंचा नाम भगत दा यानि भगत सिंह कोश्यारी का उड़ रहा है। दूसरे नंबर पर रमेश पोखरियाल निशंक का। हालांकि कुछ नाम और तैर रहे हैं हवा में लेकिन उनमें दम नहीं लगता।
तमाम न्यूज चैनल बौरा रखे हैं। उनकी खबरों में दौड़ दिख रही है एक दूसरे से आगे निकलने की। वैसे ऐसी खबरों का दम कई बार निकला है। देखते हैं आज शाम का फैसला क्या होता है।