भावना पांडे बनी अनाथ बच्चों के लिये मसीहा
भावना पांडे बनी अनाथ बच्चों के लिये मसीहा
ग्लोबल गॉड मदर फाउंडेशन… एक ऐसा नाम जो सिर्फ देवभूमि उत्तराखंड ही नहीं बल्कि देशभर के अनाथ बेसहारा और अपनों के द्वारा ठुकराए गए नवजात शिशुओं के लिए एक संजीवनी के स्वरूप में स्थापित हो रहा है।
अब बड़े पैमाने पर यह फाउंडेशन उन बच्चों के लिए उम्मीद की किरण बनेगा जिन बच्चों को उनके अपने किसी ना किसी कारण से कभी कूड़े के ढेर पर तो कभी सार्वजनिक स्थान पर बड़ी बेरहमी से छोड़ दिया करते हैं। ग्लोबल गॉड मदर एक रजिस्टर्ड फाउंडेशन है जिसकी संचालक देश की जानी मानी सामाजिक कार्यकर्ता और उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे हैं।
बीते कई महीनों से मीडिया के जरिए उत्तराखंड की त्रिवेंद्र सरकार से ग्लोबल गॉड मदर की चेयरमैन भावना पांडे अपील कर रही हैं कि सरकार और बच्चों की सरकारी संस्थाएं ऐसे लावारिस और अनाथ बच्चों को उनकी संस्था ग्लोबल गॉड मदर फाउंडेशन को सौंपे जिनका कोई वारिस नहीं है । ऐसे बच्चों को ग्लोबल गॉड मदर एक बेहतरीन भविष्य देने के लिए पूरी तैयारी और सुविधाओं के साथ उनकी जीवन को न सिर्फ संवारेगी बल्कि उन्हें उनकी सम्मानजनक पहचान भी देगी ।
आपको बता दें कि देश में ऐसे बच्चों की संख्या लाखों में है जिन्हें उनके अपने किन्हीं कारणों से या तो अस्पतालों में छोड़ देते हैं या कचरे के ढेर में वह पाए जाते हैं या उन्हें जंगलों में मरने के लिए छोड़ दिया जाता है ।ऐसे मासूम और बेबस बच्चों के लिए ही भावना पांडे ने ग्लोबल गॉड मदर फाउंडेशन के नाम से एक ऐसा आशियाना बनाया है जिसमें 10 – 20 नहीं बल्कि लगभग 200 मासूम बेसहारा बच्चों की जिंदगी को सँवारने की पूरी व्यवस्था की गई है ।
आपको बता दें कि ग्लोबल गॉड मदर के पीछे भावना पांडे की एक निजी भावुक सोच है जिस पर मीडिया से बात करते हुए वह बताती हैं कि उनका एक बेटा है बड़े अरमानों से जिसका नाम प्रिंस नाम रखा है लेकिन किन्ही विशेष परिस्थियों की वजह से उनका बेटा प्रिन्स अभी कुछ शारीरिक और मानसिक परेशानियों से संघर्ष कर रहा है। अपने बेटे की देखरेख के साथ-साथ भावना पांडे सामाजिक चेतना जगाने का भी अभियान चला रही हैं।
एक ममतामयी मां की भूमिका निभाते हुए जहाँ भावना पांडे अपने बेटे को हर पल अपने करीब रखती हैं उसकी हर जरूरतों का ख्याल रखती है वहीँ साथ ही साथ अपने राजनीतिक संगठन तीसरा विकल्प और सामाजिक संगठन ग्लोबल गॉड मदर फाउंडेशन की गतिविधियों को भी बखूबी आगे बढ़ा रहे हैं। इन्हीं विशेष परिस्थितियों के दरम्यान उनके मन में विचार आया कि क्यों ना समाज के उन लाखों बच्चों के लिए कुछ किया जाए जो अपने मां-बाप के द्वारा ही ठुकरा दिया जाते हैं और असमय या तो मृत्यु को प्राप्त होते हैं या गंभीर बीमारियों के चलते अपंगता का शिकार हो जाते हैं।
इन्हीं बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए समाज सेविका भावना पांडे ने ग्लोबल गॉड मदर फाउंडेशन की नींव रखी और अब उत्तराखंड में ग्लोबल गॉड मदर के रूप में बड़े पैमाने पर ऐसे बेसहारा बच्चों की संरक्षक के लिए तत्पर है जहाँ एक बेहतर नागरिक बनाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएं। उन्होंने लोगों से अपील की है कि अगर उनके आसपास भी ऐसे बच्चे मिलते हैं यह उन्हें ऐसे बच्चों की सूचना मिलती है तो वह उनकी संस्था ग्लोबल गॉड मदद से तुरंत संपर्क करें।
संस्था के वॉलिंटियर ऐसे बच्चों को ग्लोबल गॉड मदर फाउंडेशन तक पहुंचाएंगे जहां भावना पांडे के संरक्षण में इन बच्चों की देखरेख की जाएगी। हमारी भी आप से अपील है ऐसे सामाजिक चेतना जगाने वाले अभियान ग्लोबल गॉड मदर फाउंडेशन और देश को एक आदर्श राह दिखाने वाली समाज सेविका भावना पांडे की पवित्र भावनाओं को सम्मान देते हुए उनके अभियान का हिस्सा बने और देश के मासूम भविष्य को सुरक्षित और संरक्षित रखने में एक जिम्मेदार नागरिक की भूमिका निभाएं
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