उत्तराखंड में कौन बना रहा है 10 लाख में मंत्री ?

उत्तराखंड में कौन बना रहा  है 10 लाख में मंत्री ?

कुर्सी का खेल निराला -है  कुर्सी भी दीवानगी से कमतर नहीं है … अगर कुर्सी सरकार के इर्द गिर्द की हो तो बात ही क्या …लेकिन अक्सर इसी कुर्सी के चक्कर में नेताजी को दांव उल्टा भी पड़ जाता है। अब भारत सरकार में खाद्य मंत्रालय में सलाहकार सदस्य (राज्यमंत्री का दर्जा) का दर्जा दिलाने को लेकर दस लाख रुपये के हेराफेरी के ताज़ा मामले को ही देख लीजिये –

 

शिकायतकर्ता ने बाकायदा इसकी शिकायत एसपी सिटी देहरदून से कर मामले में कार्रवाई की मांग की है। लोहियापुरम एमडीडीए कालोनी त्यागी रोड निवासी अवनीश कौशिक ने एसपी सिटी सरिता डोबाल को तहरीर दी जिसमें अवनीश ने बताया कि कुछ साल पहले उनकी मुलाकात हरिद्वार शिवालिकनगर निवासी एक व्यक्ति से हुई। व्यक्ति ने खुद को हरिद्वार में कई फैक्ट्रियों का मालिक बताया और उपभोक्ता खाद्य मंत्रालय भारत सरकार में राज्यमंत्री होने का दावा किया। कारोबारी ने अवनीश को सलाहकार सदस्य बनाकर बतौर राज्यमंत्री का दर्जा दिलाने की बात कही।

 

इसके बदले पंद्रह लाख रुपये की मांग की गई। इस झांसे में आकर अवनीश ने दो बारी में पांच-पांच लाख रुपये कारोबारी को दे दिए। अवनीश ने भुगतान की रसीद होने का दावा किया है। ठगी का अहसास होने पर अवनीश ने कारोबार से रुपये वापस करने की मांग की लेकिन कारोबारी ने रुपये लौटाने से इनकार कर दिया। अवनीश ने दूसरे पक्ष पर मुकदमे में फंसाने की धमकी देने का आरोप लगाया है। एसपी सिटी सरिता डोबाल ने बताया कि मामले को चेक कराया जा रहा है। दूसरी ओर, हरिद्वार के उद्योगपति केके मिश्रा का कहना है उन पर लगे आरोप निराधार हैं। जनवरी में उन्होंने दोनों भाइयों से रुपये मांगे थे। इसके बाद ही उन्होंने छवि को धूमिल करने के लिए झूठी शिकायत की है।

 

वहीँ इस संगीन मामले में एसपी सिटी ने कहा है कि उनके सामने ये मामला आया है। रायपुर थाना पुलिस को मामले की जांच सौंपी है। अब देखना होगा कि इस राजनैतिक अपराध में क्या सच सामने आता है।

Share this content:

देश/दुनिया की खबरें