वैक्सीनेशन की धीमी गति को लेकर आक्रामक हुई कांग्रेस
वैक्सीनेशन की धीमी गति को लेकर आक्रामक हुई कांग्रेस
देहरादून/हरिद्वार/काशीपुर: प्रदेश में धीमी गति से हो रहे वैक्सीनेशन को लेकर कांग्रेस लगतार राज्य सरकार पर हमलावर है. कांग्रेस वैक्सीनेशन को लेकर लगातार राज्य सरकार को घेरने में लगी हुई है. आज इसी कड़ी में कांग्रेस ने प्रदेशभर में विरोध दर्ज करवाया. कांग्रेस ने अलग-अलग जिलों से वैक्सीनेशन की धीमी गति को लेकर राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा.
राजधानी देहरादून में कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल ने आज प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में राज्यपाल से मुलाकात की. इस दौरान उन्हें वैक्सीनेशन के संबंध में राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में कांग्रेस के नेताओं ने टीकाकरण में कमियों को दूर करने की मांग की है. कांग्रेस ने पूरे देश में टीकाकरण अभियान को प्रॉपर तरीके से चलाए जाने की मांग की. उन्होंने वैक्सीन की जो दरें अलग-अलग निर्धारित की जा रही हैं उसे निशुल्क किये जाने का भी आग्रह किया.
भाजपा पर राजनीति का आरोप
हरिद्वार में भी कांग्रेस ने सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन देकर सरकार से वैक्सीनेशन बढ़ाने और बाजार खोले जाने की मांग की. कांग्रेस का आरोप है कि जिस धीमी गति से वैक्सीनेशन का काम चल रहा है उस तरीके से वैक्सीनेशन करने में सालों गुजर जाएंगे. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि वैक्सीनेशन पर भाजपा राजनीति कर रही है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व राज्य मंत्री संजय पालीवाल ने भाजपा पर आरोप लगाया कि आज वैक्सीनेशन के सभी सरकारी सेंटर खाली पड़े हैं जबकि भाजपा के नेता गाड़ियां लेकर लोगों को वैक्सीन लगवा रहे हैं. जिससे ऐसा लगता है कि आपदा में भी भाजपा अवसर ढूंढ रही है.
काशीपुर में भी महानगर कांग्रेस अध्यक्ष संदीप सहगल के नेतृत्व में समस्त कांग्रेस जनों ने देश के राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन उपजिलाधिकारी आकांक्षा प्रह्लाद कोंडे के माध्यम से प्रेषित किया. इस दौरान मीडिया से बात करते हुए काशीपुर महानगर कांग्रेस अध्यक्ष संदीप सहगल ने कहा कि पूरे प्रदेश भर में जिलाधिकारी और उपजिलाधिकारी महोदय के माध्यम से देशभर में प्रतिदिन एक करोड़ वैक्सीन लगने के लिये कहा गया है. साथ ही वह वैक्सीन प्रत्येक नागरिक को मुफ्त लगाने की भी मांग की गई है. यदि एक करोड़ एक दिन में वैक्सीन लगी तो भी देश की जनसंख्या के हिसाब से 4 से 5 महीने वैक्सीन लगने में लगेंगे. उन्होंने कहा कि आज जबकि सरकार और डब्ल्यूएचओ महामारी में वैक्सीन की भूमिका को महत्वपूर्ण करार दे चुकी हैं तब भी राज्य और केंद्र सरकार वैक्सीन के प्रचार प्रसार के प्रति जागरूकता नहीं ला रही हैं.
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