मोदी बनाम विपक्ष की तैयारी में कांग्रेस, सोनिया गांधी ने बुलाई अहम बैठक
मोदी बनाम विपक्ष की तैयारी में कांग्रेस, सोनिया गांधी ने बुलाई अहम बैठक
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज सभी विपक्ष दलों को एक जुट करने के लिए एक अहम बैठक बुलाई है. इस बेठक में देश के कई विपक्ष के नेता शामिल होंगें. इस बैठक का निमंत्रण एनसीपी को भी मिला है जिसमे आज शाम 4.30 बजे शरद पवार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल होंगें और अपनी भूमिका रखेंगें. इसके अलावा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी इस बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल होंगे.
शिवसेना सांसद संजय राउत ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे आज यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में विपक्ष की बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल होंगे. बैठक में 2024 के लोकसभा चुनाव और आगामी राज्य चुनावों सहित कई मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है. दरअसल कांग्रेस मोदी सरकार के खिलाफ सभी विपक्षी पार्टियों को एकजुट करने की कोशिशों में जुटी है. इसी कोशिश के तहत ये बैठक बुलाई गई है.
‘आप और बीएसपी को न्योता नहीं’
जानकारी के मुताबिक बैठक में पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और झारखंड के मुख्यमंत्री शामिल हो सकते हैं. बैठक में 15 पार्टियां शामिल होंगी. हालांकि आम आदमी पार्टी और बीएसपी को इसके लिए न्योता नहीं दिया गया है. इससे पहले सदन के मानसून सत्र के दौरान भी विपक्ष की एकजुटता देखने को मिली थी जिसके चलते लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही काफी प्रभावित हुई. विपक्ष ने पेगासस विवाद, महंगाई और कृषि कानून पर चर्चा की मांग को लेकर काफी हंगामा किया जिससे बार-बार सदन की कार्यवाही प्रभावित होती रही.
वहीं पिछले महीने ममता बनर्जी दिल्ली के दौरे पर आई थीं. इस दौरान उन्होंने सोनिया गांधी समेत विरोधी दल के कई नेताओं के साथ मुलाकात की. उन्होंने कहा था कि मैं हर दो महीने पर दिल्ली आऊंगी. ममता बनर्जी ने विपक्षी एकता पर जोर देते हुए कहा कि हमारा नारा है, “लोकतंत्र बचाओ, देश बचाओ.”
सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद ममता बनर्जी ने कहा था कि विरोधियों की एकता एक सतत प्रक्रिया है. जब मोदी अगला चुनाव लड़ेंगे तो यह देश के साथ होगा. अगला लोकसभा चुनाव मोदी बनाम संयुक्त विपक्ष होगा. यह पूछे जाने पर कि क्या वह नेतृत्व करेंगी. ममता बनर्जी ने साफ कहा कि वह एक कैडर है. वह स्ट्रीट की आदमी हैं. वह फॉलोअर हैं. अगर कोई और नेतृत्व करता है तो मुझे कोई समस्या नहीं. जब इस मुद्दे पर चर्चा होगी तब हम निर्णय ले सकते हैं. मैं अपना निर्णय किसी पर थोप नहीं सकती.
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