दल बदल पर सीएम धामी बोले, चुनाव के समय विधायकों का आना-जाना बड़ा मुद्दा नहीं
उत्तराखंड की सियासी हवाओं में तैर रही दलबदल की चर्चाओं के बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि चुनाव में विधायकों का आना-जाना बड़ा मुद्दा नहीं है। हाल ही में आई प्राकृतिक आपदा में राहत कार्यों को लेकर कांग्रेस के धरना-प्रदर्शन पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हरीश रावत जी को तो प्रसन्न होना चाहिए। अब से पहले किसी भी सरकार ने आपदा में ऐसे तुरंत एक्शन नहीं लिया।
मुख्यमंत्री मीडियाकर्मियों से बातचीत कर रहे थे। कुछ विधायकों की नाराजगी के बीच पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा से उनकी मुलाकात से जुड़े प्रश्न पर धामी ने इसे सामान्य शिष्टाचार भेंट बताया। उन्होंने कहा कि बहुगुणा वरिष्ठ नेता हैं, सरकार और मुझे उनके अनुभवों का लाभ मिलता रहता है। वह 10 दिन पहले भी आए थे। दो दिन बाद वह फिर आएंगे।
दलबदल की चर्चाओं और असंतुष्ट विधायकों से जुड़े प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा बड़ा परिवार है। चुनाव में ऐसा चलता रहता है। पिछले दिनों तीन विधायकों ने भाजपा ज्वाइन की। अगर कोई इधर या उधर जा रहे हैं, तो यह बहुत बड़ा मुद्दा नहीं है।
आपदा में सरकार ने बेहद तेजी से काम किया
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल के आपदा राहत को लेकर धरना दिए जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने आपदा में जितनी तेजी से काम किया, हरीश रावत जी को उस पर प्रसन्न होना चाहिए था। धामी ने कहा कि उन्होंने पहले भी आपदा देखी हैं। किसी भी आपदा में सरकार ने तुरंत एक्शन नहीं लिया। आपदा में स्वयं शासन-प्रशासन मौके पर गया। उस दिन डेढ़ लाख से भी अधिक श्रद्धालु उत्तराखंड में थे। हमने यात्रा उसी दिन रोक दी थी। शासन-प्रशासन पूरी तरह सक्रिय रहे। सभी लोगों से यात्रा न करने की अपील की। आपदाग्रस्त क्षेत्रों में लोगों के बीच मैं स्वयं गया और मंत्री गए। हम लोगों ने स्वयं जाकर सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए। लोगों को राहत पहुंचाई। मुआवजा बांटा गया। बंद सड़कें खोली गईं। मुआवजा राशि बढ़ाई। राहत सामग्री बांटी गईं। अब यह उनका विषय है वह धरना क्यों दे रहे हैं, यह सवाल हरीश रावत से पूछना चाहिए।
आपदा पर सियासत कर रही है कांग्रेस: चौहान
आपदा में राहत कार्यों के मुद्दे पर कांग्रेस के सांकेतिक उपवास पर भाजपा संगठन और सरकार ने निशाना साधा है। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस आपदा पीड़ितों की मदद के बजाय इसमें अवसर तलाश रही है और राजनीतिक नौटंकी कर रही है। सरकार ने आपदा में समय रहते राहत एवं बचाव के उपाय कर दिए थे, हजारों लोगों को रेस्क्यू किया। जबकि कांग्रेसी राहत कार्यों से दूरी बनाए हुए थे। कहा कि सीएम पुष्कर सिंह धामी और प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक निरंतर आपदा प्रभावित क्षेत्रों में लोगों के बीच रहे।
वहीं, भाजपा चुनाव संचालन समिति के सह मीडिया प्रभारी बलजीत सोनी ने कहा कि कांग्रेस को अब उपवास, धरने-प्रदर्शन, घेराव का अभ्यास कर लेना चाहिए। आपदा के समय में वह जो राजनीति कर रही है, प्रदेश की जनता चुनाव में उन्हें यही काम देने वाली है। कांग्रेस के कार्यकर्ता आपदाग्रस्त क्षेत्रों में भाजपा के नेताओं का सोची समझी साजिश के तहत विरोध कर रहे है, यह शर्मनाक है।
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