चिंतन शिविर में शामिल होने के लिए रायवाला पहुंचे संघ प्रमुख मोहन भागवत, वीआइपी मूवमेंट को लेकर पुलिस प्रशासन मुस्तैद
11 अप्रैल तक चलने वाली इस बैठक के लिए संघ प्रमुख मोहन भागवत सोमवार को पहुंच गए। संघ की समूची अखिल भारतीय कार्यकारिणी बैठक में शामिल होगी। इस अवसर पर संघ की अगले 20 साल की कार्ययोजना और राष्ट्र निर्माण में भूमिका पर मंथन होगा।
संवाद सूत्र, रायवाला : रायवाला स्थित औरोवेली आश्रम में आज से शुरू होने जा रहे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के चिंतन शिविर में शामिल होने के लिए संघ प्रमुख मोहन भागवत रायवाला स्थित औरोवैली आश्रम पहुंच गए।
सुबह करीब सात बजे मसूरी एक्सप्रेस से रायवाला जंक्शन पहुंचे। वहां से उनका काफिला आश्रम के लिए रवाना हुआ। इस दौरान उप जिलाधिकारी अपूर्वा पांडे और थानाध्यक्ष रायवाला भूवनचंद्र पुजारी मय फोर्स मौजूद रहे। वहीं शिविर में शामिल होने के लिए अन्य पदाधिकारियों के आने का सिलसिला रविवार से प्रारंभ हो चुका है। संघ से जुड़े सूत्रों के मुताबिक आज शाम को विधिवत चिंतन शिविर शुरू होना है।
वहीं रायवाला में अगले सात दिन तक वीआईपी मूवमेंट को देखते हुए पुलिस प्रशासन मुस्तैद है। बीते शनिवार को पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। एसपी देहात कमलेश उपाध्याय, पुलिस क्षेत्राधिकारी डीसी ढौंडियाल भी लगातार क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं। लोकल इंटेलिजेंस व स्थानीय प्रशासन की टीम कार्यक्रम स्थल के आसपास डेरा डाले हुए है।
रायवाला स्थित औरोवेली आश्रम में पांच से 12 अप्रैल तक हो रहे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के ङ्क्षचतन शिविर में शामिल होने के लिए रविवार से पदाधिकारियों के आने का सिलसिला प्रारंभ हो गया है। वीआइपी मूवमेंट को देखते हुए पुलिस प्रशासन मुस्तैद है। रविवार को प्रदेश के एसपी देहात कमलेश उपाध्याय व पुलिस क्षेत्राधिकारी डीसी ढौंडियाल ने संघ प्रमुख के रूट की जानकारी के साथ अन्य सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी ली। सुरक्षा के लिहाज से बैठक स्थल के साथ आसपास रायवाला पुलिस नजर रखे हुए है।
वहीं प्रशासन ने रायवाला जंक्शन से कार्यक्रम स्थल तक जाने वाले साढ़े चार किलोमीटर सड़क मार्ग को चकाचक कर दिया है। सड़क के डामरीकरण के साथ ही दोनों तरफ सुरक्षा इंडिकेटर व कई जगह सूचना पट लगाए गए हैं। यहां तक की मार्ग के किनारे आड़े तिरछे खड़े बिजली के पोल पर झूलती तारों को भी दुरुस्त कराया गया है। वहीं आश्रम में भी अतिथियों के ठहरने की व्यवस्था बनाने का कार्य पूरा हो चुका है। गंगा नदी किनारे करीब दो सौ बीघा क्षेत्र में फैले इस आश्रम की क्षमता करीब 1000 से अधिक लोग के ठहरने की है। ध्यान योग केंद्र के रूप में प्रसिद्ध इस आश्रम में साल भर विदेशी मेहमानों का भी आना जाना लगा रहता है।
Share this content: