दूसरों को फंसाने के चक्कर में खुल गई पोलपट्टी, शातिर के बुने जाल ने एनसीबी को भी चौंकाया
पिछले दिनों एनसीबी को एक व्यक्ति ने नशा तस्करी की शिकायत की थी। बताया था कि पंजाब से तीन लोग देहरादून में नशीली दवाएं सप्लाई करने आ रहे हैं। एनसीबी की टीम ने जब इन तीनों के वाहन की तलाशी ली तो उसमें से कुछ बरामद नहीं हुआ। एनसीबी ने जब मामले की तह तक जाने की सोची तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ।
एक व्यक्ति ने पंजाब के तीन लोगों को नशा तस्करी में फंसाने के लिए एनसीबी को सूचना दे दी। एनसीबी ने जांच की तो पता चला कि तस्कर वे तीनों नहीं बल्कि सूचना देने वाला व्यक्ति खुद है। लोगों को वर्किंग वीजा पर विदेश भेजता है। इन तीनों से भी पैसे लिए थे, लेकिन जब उन्होंने वापस मांगे तो उसने यह जाल बुना। एनसीबी ने आरोपी और उसके एक दोस्त को गिरफ्तार कर लिया है।
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के सहायक निदेशक देवानंद ने बताया कि पिछले दिनों करन सिंह नाम के एक व्यक्ति ने नशा तस्करी की शिकायत की थी। बताया था कि पंजाब से तीन लोग देहरादून में नशीली दवाएं सप्लाई करने आ रहे हैं। एनसीबी की टीम ने जब इन तीनों के वाहन की तलाशी ली तो उसमें से कुछ बरामद नहीं हुआ। इसके बाद पंजाब में उनके घरों की भी तलाशी ली गई। एनसीबी ने जब मामले की तह तक जाने की सोची तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ।
पता चला कि करन लोगों को विदेश भेजने के नाम पर पैसा लेता है। उसके घर से 20 पासपोर्ट भी बरामद हुए। करन सिंह से जब पूछताछ की गई तो उसने ये सारी बातें एनसीबी को बताईं। उसने बताया कि पंजाब के इन तीनों व्यक्तियों से भी कनाडा भेजने के लिए पैसे लिए थे, लेकिन वह उन्हें कनाडा नहीं भेज पाया। इसके बाद ये तीनों उससे पैसे वापस मांग रहे थे। लिहाजा, उसने पंजाब के तीनों युवकों को फंसाने के लिए यह कहानी बुनी थी। उन्हें पंजाब से देहरादून बुलाया गया था।
सहायक निदेशक ने बताया कि करन सिंह के एक साथी धनीराम नेगी को भी गिरफ्तार किया गया है। दोनों के पास से 51 ग्राम नशीला पदार्थ बरामद हुआ है। धनीराम नेगी यह ड्रग्स सप्लाई करता है। एनसीबी ने इस ड्रग्स के स्रोत को ढूंढने के लिए टीमें गठित कर दी हैं। जल्द ही अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि करन सिंह खुद भी नशे का आदी है।
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