पशु हुआ बीमार तो घर पहुंचेगी एंबुलेंस, टोल फ्री नंबर 1962, प्रथम चरण में पौड़ी के नौ ब्लाक को मिली आठ एंबुलेंस
आवारा गोवंशों के साथ ही अन्य पशुओं को बेहतर उपचार मुहैया करवाने के लिए पौड़ी जिले के नौ ब्लाक को आठ मोबाइल एंबुलेंस उपलब्ध करवाई गई है। एंबुलेंस सेवा चिकित्सकों के साथ मौके पर पहुंचकर पशुओं का मुफ्त उपचार करेगी। आवश्यकता पड़ने पर पशुओं को उपचार के लिए नगर निगम, नगर पंचायत व ब्लाक क्षेत्र के आसपास स्थित गोशालाओं में भी शिफ्ट किया जाएगा।
गुरुवार को सिताबपुर स्थित पशु चिकित्सालय में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। गोसेवा आयोग के उपाध्यक्ष पंडित राजेंद्र अण्थ्वाल ने मोबाइल एंबुलेंस को हरी झंडी दिखाकर पर्वतीय क्षेत्रों के लिए रवाना किया। उन्होंने कहा कि बीमार पशुओं की सूचना मिलते ही 108 की तर्ज पर सायरन बजाते हुए पशु मोबाइल एंबुलेंस सेवा ग्रामीणों के घर व दरवाजे तक पहुंचेगी। इसमें तैनात चिकित्सक व फार्मासिस्ट बीमार पशुओं का परीक्षण कर मौके पर ही उपचार करेंगे। कहा कि आवारा पशुओं की देखरेख के लिए आमजन को भी सरकार का सहयोग करना होगा।
मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी डा. डीएस बिष्ट ने कहा कि प्रथम चरण में आठ मोबाइल एंबुलेंस विभाग को मिली हैं। केंद्र सरकार व राज्य सरकार ने पौड़ी जिले को अन्य एंबुलेंस भी उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया है। बताया कि एंबुलेंस में फ्रीज, बैटरी, दवा रखने के साथ ही कई अन्य सुविधाएं उपलब्ध हैं।दुगड्डा-जहरीखाल, यमकेश्वर-द्वारीखाल, रिखणीखाल-नैनीडांडा, पाबौ-खिर्सू, पौखड़ा-एकेश्वर, पौड़ी-कल्जीखाल के लिए एक-एक एंबुलेंस भेजी गई है। पशु मोबाइल एंबुलेंस सेवा के लिए ग्रामीणों को टोल फ्री नंबर 1962 पर फोन करना होगा। इस मौके पर भाजपा जिलाधिकारी वीरेंद्र रावत, भाबर मंडल अध्यक्ष चंद्रमोहन जसोला, महामंत्री गौरव जोशी, विजय लखेड़ा, राजेंद्र जजेड़ी आदि मौजूद रहे।
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