माता-पिता को सुबह के समय बच्चों से जरूर कहनी चाहिए ये 5 बातें, बच्चे रहते हैं खुश और खिलखिलाते हुए आते हैं नजर

हमें अक्सर लगता है कि बच्चा छोटा हो तो उसे चीजें समझ में नहीं आतीं या फिर उसे खासा फर्क नहीं पड़ता कि उससे क्या और कैसे कहा जा रहा है, लेकिन असल में होता इसके बिल्कुल उलट है. बच्चे से जब प्यार से कुछ कहा जाता है तो उसका आत्मविश्वास बढ़ता है, वह खुदको खुला और खुश (Happy) महसूस करता है और जब उसे उलाहना दी जाती है या नेगेटिव बातें कही जाती हैं तो वह खुद में ही सिमटना शुरू कर देता है, झेंपने लगता है और उसकी उदासी उसके व्यक्तित्व में ढल जाती है. इसीलिए माता-पिता (Parents) जो कुछ बच्चे को कहते हैं उससे बच्चे पर असर पड़ता है. ऐसे में सुबह के समय आप पैरेंट्स होने के नाते अपने नन्हे-मुन्नों को कुछ ऐसी बातें कह सकते हैं जो उनके छोटे से दिल को खुशी से भर देंगे और बच्चे ना दुखी रहेंगे और ना ही किसी तरह का स्ट्रेस लेंगे.

माता-पिता कहें बच्चों से ये पॉजिटिव बातें | Positive Things Parents Should Say To Children 

इन बातों को कहने का कोई निश्चित समय नहीं है लेकिन सुबह के समय कहने पर दिन की एक अच्छी शुरूआत होगी और एक तरह से अच्छा दिन शुरू करने की ऊर्जा भी महसूस होने लगेगी.

मुझे तुम पर गर्व है 

आप शायद इस बात से अंजान हों कि ये वाक्य कितना खास, कितना प्रभावी है. आप बच्चे को कह सकते हैं कि मुझे तुम पर गर्व है कि तुम जल्दी उठे हो, मुझे गर्व है कि तुम अच्छे इंसान हो, मुझे गर्व है कि तुम स्कूल जाने से कतरा नहीं रहे या वगैरह वगैरह. बच्चे को यह सुनकर बेहद खुशी होगी और उसका आत्मविश्वास (Confidence) भी बढ़ेगा. वह और बेहतर करने की कोशिश करने के लिए प्रेरित होगा.

तुम मुझे खुश करते हो 

बच्चे को बताना कि वह आपकी खुशी का कारण है या आपको खुश करता है, उसमें गर्व की भावना भरता है. वह आपकी खुशी को तवज्जोह देने लगता है, आपकी खुशी में खुश होता है. आप बच्चे को कहें कि वह आपको मुस्कुराने पर मजबूर कर देता है.

तुम्हारे शब्द प्रभावी हैं 

छोटी सी उम्र में बच्चे जल्दी नहीं जान पाते कि शब्द (Words) कितने प्रभावी होते हैं. वे अक्सर ही ऐसी बातें कह जाते हैं जो किसी को दुख भी पहुंचा सकती हैं. ऐसे में आप उन्हें बता सकते हैं कि उन्हें अपने शब्दों का किस तरह ध्यान रखना चाहिए. यह एक अच्छी सीख भी होगी.

तुम सबसे अलग हो 

हम सभी बड़े होते-होते अक्सर इस बात को भूल जाते हैं कि हम कितने अलग और खास हैं. यह एक सेंस ऑफ सेल्फ है जिसपर जीत पाना जरूरी है नहीं तो भीड़ में गुम होते देर नहीं लगती. बच्चे को छोटी उम्र से ही यह समझाना कि वह सबसे अलग है, उसके जीवन में बड़ा बदलाव ला सकता है. जरूरी है कि बच्चा खुद की दूसरों से तुलना ना करे और यह भी जरूरी है कि वह अपनी खासियत पहचाने.

तुम प्यारे हो 

अपने बच्चे को बताना कि वह कितना प्यारा है उसके लिए सबकुछ है. छोटे बच्चों में एक डर हमेशा रहता है कि कहीं दूसरे बच्चे तो मेरे पैरेंट्स के फेवरेट नहीं हैं. जब आप अपने बच्चे को कहते हैं कि वह प्यारा है तो उसे आश्वासन मिल जाता है कि उसके माता-पिता उससे ही प्यार करते हैं और वह उनके दिल में रहता है.

आई लव यू 

आखिर में आई लव यू कहना ना भूलें. ये तीन शब्दों का छोटा सा वाक्य आपके बच्चे की दुनिया है, आपका प्यार उसके लिए सबकुछ है और जब वह अपने माता-पिता से यह आश्वासन पाता कि वे उससे कितना प्यार करते हैं तो उसकी छोटी-छोटी उलझने अपने आप सुलझ जाती हैं. बच्चे का आई लव यू कहना आपके दिन को भी बेहतर कर देगा.

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