Harbhajan Singh: टीम इंडिया में इस खिलाड़ी की अनदेखी को लेकर सेलेक्टर्स पर भड़के भज्जी, अपने बयान से मचा दिया तूफान

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Harbhajan Singh Statement: भारत के दिग्गज ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह टीम इंडिया में एक खिलाड़ी को लगातार नजरअंदाज किए जाने से बहुत नाराज हैं. हरभजन सिंह ने टीम इंडिया में इस खिलाड़ी की अनदेखी के बाद भारतीय सेलेक्टर्स को आड़े हाथों लेते हुए जमकर खरी-खोटी सुनाई है. भारत के पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह ने युजवेंद्र चहल को मौजूदा समय में लिमिटेड ओवरों के फॉर्मेट में भारत का सर्वश्रेष्ठ स्पिनर करार दिया है. हरभजन सिंह ने कहा कि चयनकर्ताओं ने 30 अगस्त से पाकिस्तान और श्रीलंका में होने वाले एशिया कप के लिए युजवेंद्र चहल को टीम में न चुनकर गलती की. युजवेंद्र चहल को एशिया कप के लिए भारतीय टीम में शामिल नहीं किया गया है. चयनकर्ताओं ने उनकी बजाय कुलदीप यादव और अक्षर पटेल को प्राथमिकता दी.

सेलेक्टर्स पर भड़के हरभजन सिंह

हरभजन सिंह ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा,‘इस टीम में मुझे जो एक कमी और गलती लगी, वह है युजवेंद्र चहल की अनुपस्थिति. मेरे विचार में उन्हें एशिया कप के लिए टीम में होना चाहिए था. चहल ऐसा लेग स्पिनर है जो गेंद को टर्न करा सकता है. अगर आप वास्तविक स्पिनर की बात करते हैं तो मुझे नहीं लगता कि सीमित ओवरों के प्रारूप में भारत में चहल से बेहतर कोई स्पिनर है.’

इस खिलाड़ी की अनदेखी पर लिया आड़े हाथ

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में 711 विकेट लेने वाले 43 वर्षीय हरभजन ने कहा,‘यह सही है कि पिछले कुछ मैचों में उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा, लेकिन इससे वह खराब गेंदबाज नहीं बन जाते हैं.’ हरभजन को उम्मीद है कि हाल के दिनों में टीम से अंदर बाहर होने वाले 33 वर्षीय चहल भारत में अक्टूबर-नवंबर में होने वाले 50 ओवरों के विश्वकप में वापसी करेंगे.

अपने बयान से मचा दिया तूफान

हरभजन ने कहा,‘मुझे उम्मीद है उनके लिए दरवाजे बंद नहीं हुए होंगे. वर्ल्ड कप के लिए उनके नाम पर विचार करना महत्वपूर्ण होगा क्योंकि यह टूर्नामेंट भारत में खेला जाएगा.’ हरभजन ने कहा,‘चहल साबित कर चुके हैं कि वह मैच विजेता गेंदबाज हैं. मैं समझता हूं कि अभी उनकी फॉर्म अच्छी नहीं है, इसलिए आप उन्हें विश्राम दे सकते हैं, लेकिन मेरा मानना है कि अगर वह टीम के साथ होते तो उनका आत्मविश्वास बना रहता. कोई भी खिलाड़ी जब बाहर होने के बाद वापसी करता है तो उस पर अच्छा प्रदर्शन करने का दबाव रहता है.’