शीर्ष अधिकारी, डॉ. धन सिंह रावत, स्वास्थ्य सेवाओं की मूल्यांकन के लिए मैदान में उतरेंगे।

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, विभिन्न जनपदों में जाकर स्थानीय लोगों से जनसंवाद स्थापित करने के लिए मैदान में उतरेंगे, और उन्हें केंद्र और राज्य सरकार द्वारा प्रबंधित विभिन्न स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी देंगे। इसके अलावा, वे राजकीय चिकित्सालयों, सामुदायिक केन्द्रों, और वेलनेस सेंटरों की निरीक्षण करके सभी सुविधाओं की जानकारी एकत्र करके एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करेंगे, जो राज्य सरकार को प्रस्तुत की जाएगी।

प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की सुविधा को और बेहतर बनाने का उद्देश्य प्राप्त करने के लिए, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने स्वास्थ्य सेवा अधिकारियों के सफलता पर नजर रखी हैं। इस संदर्भ में, उन्होंने स्वास्थ्य मंत्रालय के उच्चाधिकारियों को विभिन्न जनपदों में वास्तविक स्थिति की जांच के लिए एक माह के दौरान जाने के निर्देश दिए हैं। इसके दौरान, विभागीय अधिकारी जिला अस्पताल, उप जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, और 5-5 वैलनेस सेंटरों का दौरा करके उनकी सुविधाओं, आवश्यक चिकित्सा उपकरणों, दवाओं, और विभिन्न कर्मियों की स्थिति की जाच करेंगे।

इसके साथ ही अधिकारी स्थानीय जनता से संवाद स्थापित कर केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा स्वास्थ्य के क्षेत्र में संचालित विभिन्न योजनाओं एवं सुविधाओं की जानकारी देंगे साथ ही उनसे योजनाओं का फीडबैक भी लेंगे। इस दौरान विभागीय अधिकारी आयुष्मान कार्ड एवं आभा आईडी बनाने के लिये आम लोगों को प्रेरित करेंगे साथ ही टीबी मुक्त उत्तराखंड की दिशा में राज्य सरकार द्वारा अब तक किये गये प्रयासों की भी जानकारी देंगे। इसके साथ ही निःक्षय मित्रों से संवाद कर इस अभियान को और अधिक प्रभावी बनाने हेतु उनके सुझाव भी प्राप्त करेंगे।

जनपद भ्रमण के उपरांत सभी अधिकारी उपरोक्त बिन्दुओं सहित सिकल सेल अनीमिया एवं एनएचएम के तहत संचालित विभिन्न योजनाओं का निरीक्षण कर तय समय सीमा के अंतर्गत अपनी विस्तृत रिपोर्ट स्वास्थ्य मंत्रालय को सौंपेंगे ताकि माह नवम्बर में प्रस्तावित स्वास्थ्य चिंतन शिविर में सभी पहलुओं पर गहन मंथन किया जा सके और राज्य को स्वास्थ्य के क्षेत्र में अग्रणी बनाया जा सके।

स्वास्थ्य अधिकारियों को आवंटित किये जनपद

स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों को प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की वास्तविक स्थिति की जांच के लिए विभिन्न जनपदों में आवंटित किया गया है। स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार को चम्पावत और पिथौरागढ़ जनपद, मिशन निदेशक एनएचएम और अपर सचिव स्वास्थ्य स्वाति भदौरिया को देहरादून, अपर सचिव स्वास्थ्य नमामि बंसल को नैनीताल और ऊधमसिंह नगर, अमनदीप कौर को रूद्रप्रयाग और चमोली, आनंद श्रीवास्तव को टिहरी और उत्तरकाशी, गरिमा रौंकली को अल्मोड़ा और बागेश्वर, महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ. विनीता शाह और संयुक्त सचिव स्वास्थ्य महावीर चौहान को हरिद्वार जनपद की जिम्मेदारी सौंपी गई है। सभी अधिकारियों को 5 अक्टूबर से 5 नवम्बर 2023 तक उनके आवंटित जनपदों का दौरा करके अपनी विस्तृत रिपोर्ट स्वास्थ्य मंत्रालय को प्रस्तुत करने के लिए निर्देश दिए गए हैं।

प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को आम जनमानस तक पहुंचाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार द्वारा विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही हैं, और इनके प्रभावी लागू करने के लिए मॉनिटरिंग की महत्वपूर्ण आवश्यकता है।

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