देहरादून। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के वरिष्ठ यूरोलॉजिस्ट डॉ. विमल कुमार दीक्षित को सुपाइन पी.सी.एन.एल. तकनीक पर आधारित पेपर प्रस्तुतिकरण में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है।

देहरादून। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के वरिष्ठ यूरोलॉजिस्ट डॉ. विमल कुमार दीक्षित को सुपाइन पी.सी.एन.एल. तकनीक पर आधारित पेपर प्रस्तुतिकरण में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। डॉ. दीक्षित देश और दुनिया के एकमात्र यूरोलॉजिस्ट हैं जिन्होंने सुपाइन पी.सी.एन.एल. तकनीक को स्वयं संशोधित कर अब तक 1000 से अधिक गुर्दे की पथरी के सफल ऑपरेशन किए हैं। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के चेयरमैन श्री महंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने डॉ. विमल कुमार दीक्षित को इस उपलब्धि पर बधाई दी।

डॉ. विमल कुमार दीक्षित ने विश्वस्तरीय सुपाइन पी.सी.एन.एल. तकनीक को स्वयं संशोधित कर गुर्दे की पथरी के ऑपरेशन का कार्य किया है। उनकी संशोधित तकनीक को विभिन्न मेडिकल मंचों पर प्रोत्साहित और पुरस्कृत किया जा चुका है। उन्होंने सुपाइन पी.सी.एन.एल. तकनीक को संशोधित कर गुर्दे की पथरी के ऑपरेशन को और अधिक सुगम, सुलभ, परिणाम प्रभावी और मेडिकल साइंस में एक नए स्वरूप में प्रस्तुत किया है।

डॉ. दीक्षित देश और दुनिया के एकमात्र यूरोलॉजिस्ट हैं जिन्होंने सुपाइन पी.सी.एन.एल. तकनीक को स्वयं संशोधित कर अब तक 1000 से अधिक गुर्दे की पथरी के सफल ऑपरेशन किए हैं। सूरत, गुजरात में आयोजित यूरोलॉजी के वार्षिक राष्ट्रीय सम्मेलन में डॉ. विमल कुमार दीक्षित को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ। इस राष्ट्रीय सम्मेलन में देशभर से 500 से अधिक यूरोलॉजिस्टों ने भाग लिया। इससे पूर्व, डॉ. विमल कुमार दीक्षित को यूरोलॉजी के अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में भी प्रथम स्थान प्राप्त हुआ था, जिसमें 14 देशों के 800 यूरोलॉजिस्टों ने भाग लिया था।

Share this content:

Previous post

भगवान श्री मदमहेश्वर जी की विग्रह देवडोली श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ से श्री मदमहेश्वर प्रस्थान हुई, 20 मई को खुलेंगे धाम के कपाट

Next post

देहरादून के एसजीआरआर मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर की आत्महत्या, कॉलेज प्रशासन ने कुछ छात्रों पर मामले को राजनीति का रंग देने का आरोप लगाया

देश/दुनिया की खबरें